-आईवीआरआई में वैज्ञानिकों की सुरक्षा में सेंध लगाना आसान

आई नेक्स्ट के रियलिटी चेक में हुआ खुलासा

- हत्या का अंदेशा जताने वाले साइंटिस्ट की कनपटी पर आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने सटा दी

-कृषि मंत्री तक से लगा चुके हैं सुरक्षा की गुहार

BAREILLY

एफएमडी वैक्सीन को अमानत साबित कर चर्चा में आए आईवीआरआई के साइंटिस्ट डॉ। भोजराज को खुद की हत्या कर दिए जाने की आशंका है। पुलिस से सुरक्षा की मांग की। आईवीआरआई प्रबंधन और पुलिस ने भी चाक-चौबंद सुरक्षा के तमाम दावे किए। इस बीच आई नेक्स्ट ने इस सीनियर साइंटिस्ट के लिए किए गए सुरक्षा इंतजामों की हकीकत खंगालने को रियलिटी चेक किया तो दावे खोखले साबित हो गए। आई नेक्स्ट रिपोर्टर इंद्रपाल और फोटो जर्नलिस्ट रोहित कुमार खिलौना पिस्टल लेकर आईवीआरआई परिसर में बेरोकटोक घुसे और असली हथियारनुमा नजर आने वाली पिस्टल लेकर साइंटिस्ट के रूम तक जा पहुंचे। यहीं नहीं

वैज्ञानिक को जान से मारने की धमकियां मिलीं थीं। इस पर वैज्ञानिक ने जिला प्रशासन, पुलिस और आईवीआरआई एडमिनिस्ट्रेशन से सुरक्षा की गुहार लगाई थी। पुलिस और आईवीआरआई एडमिनिस्ट्रेशन ने वैज्ञानिक को पुख्ता सुरक्षा मुहैया कराने का दावा किया था। वाई शेप बिल्डिंग के दो दरवाजे बंद करा दिए गए। दो होमगा‌र्ड्स बैठा दिए गए। साथ ही आने-जाने वाले की एंट्री के लिए रजिस्ट्रर रखवा दिया गया। ट्यजडे को आई नेक्स्ट की टीम ने जब आईवीआरआई की सुरक्षा व्यवस्था का रियलिटी चेक किया, तो पोल खुल गई। टीम खिलौना माउजर लेकर आसानी से प्रधान वैज्ञानिक तक पहुंच गई।

दो चेकिंग प्वाइंट को भेदा

ट्यूजडे को आई नेक्स्ट ने आईवीआरआई की सुरक्षा व्यवस्था को बेपर्दा किया। करीब पौने एक बजे रिपोर्टर ने खिलौना माउजर को पीछे पैंट में लगाया। बाइक को पार्किंग में खड़ी की। लेकिन चेकिंग प्वाइंट पर बैठे दो होमगार्ड में किसी ने नहीं रोका। वहीं टीम करीब 350 मीटर की दूरी तय करते हुए आईवीआरआई कैंपस स्थित वाई शेप बिल्डिंग पहुंची। यहां पर भी मौजूद दो होमगा‌र्ड्स में से किसी न तो टीम को रोका। न ही उनकी एंट्री कराई। टीम दो चेकिंग प्वाइंट पर बैठे सुरक्षाकर्मियों को धता देते हुए आईआईएल की वैक्सीन को अमानक बताने वाले प्रधान वैज्ञानिक डॉ। भोजराज के केबिन तक पहुंच गई। साथ ही टीम ने वैज्ञानिक के सिर पर खिलौना माउजर रख दी, जिसे देखकर प्रधान वैज्ञानिक घबरा गए।

23 अप्रैल को मिली थी धमकी

प्रधान वैज्ञानिक ने सितंबर 2014 से अक्टूबर तक एफएमडी की वैक्सीन पर टेस्ट किए थे। इसमें उन्होंने आईआईएल की वैक्सीन के 52 सैंपल्स में से 11 को अमानक पाया था। इसकी रिपोर्ट उन्होंने केन्द्र सरकार को सौंपी। इस पर कंपनी ने उन पर 102 करोड़ का दावा ठोंका। साथ ही 23 अप्रैल को जान से मारने की धमकी दी, जिससे वैज्ञानिक का परिवार आज भी दहशत में है।

पत्‍‌नी ने कृषि मंत्रालय से लगाई गुहार

प्रधान वैज्ञानिक डॉ। भोजराज की पत्‍‌नी ने फ्राइडे को केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के अधिकारियों के मिली। उन्हें पति की सुरक्षा की गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि उनके पति बेजुबानों के हित में लड़ाई लड़ रहे हैं, इसमें उन्हें सबका साथ चाहिए। साथ ही अनहोनी होने की दशा में आईसीआर को जिम्मेदार ठहराया।