-जन्माष्टमी पर कृष्ण लीला में महारास एवं बंसी लीला और कालिया मर्दन का हुआ मंचन

>BAREILLY:

श्री हरे राम ग्वाल बाल भगवती सेवा समिति ने सुभाषनगर की अवधपुरी कॉलोनी स्थित श्री हरे राम नवदुर्गा मंदिर में चल रही श्रीकृष्ण लीला में थर्सडे को कालिया मर्दन, महारास एवं वंशी लीला का मंचन किया। शुरुआत कालिया द्वारा यमुना का जल में विष मिलाने के साथ हुई। जिसकी खबर चहुंओर गोकुल में फैल गई। यह सुन कान्हा ने दाऊ के साथ कन्दुक खेलने यमुना पहुंच गए। गेंद यमुना में गई तो निकालने को कृष्ण ने छलांग लगा दी। जिसके बाद कालिया संग कृष्ण ने युद्ध किया। आखिर में कृष्ण कालिया के फनों पर बंसी बजाते हुए बाहर आए। नाग कन्याओं के प्रार्थना करने पर कालिया को यमुना से दूर चले जाने को कहा।

महारास लीला ने मोहा मन

'दही बेचन को राधा चली कन्हैया जी को अच्छी लगी', 'मनिहारी का वेष बनाया श्याम चूड़ी बेचने आया', 'रात श्याम सपने में आए, दहिया पी गए सा रा रा रा रा', 'ऐसी बजाई वाने बांसुनी, मोहे निंदिया न आयी सारी रात', 'बैठ कदम्ब की छैंया कान्हा मुरली बजावे, ग्वाल बाल संग लै के छलिया, सुंदर रास रचावे', के अलावा अन्य भजनों के साथ महारास और बंसी लीला का शुभारंभ कालिया वध के बाद देर रात हुआ। इसमें कलाकारों की संगीतमयी मनोहारी प्रस्तुति पर सभी भक्त झूम उठे। जिसका समापन राधा और गोपियों को घर छोड़ने गए कृष्ण के साथ हुई। जब श्री कृष्ण ने 'मेरे संगीत विदा, मेरी आत्मा विदा, मेरे राग विदा, अनुराम विदा, मेरी प्रीत विदा, प्रिय रीति विदा' के संगीत के साथ हुई। आगामी कार्यक्रम की जानकारी देते हुए अध्यक्ष जितेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि फ्राइडे को अक्रूर समागम, कृष्ण का मथुरा गमन, मुष्टिक एवं चाणूर युद्ध और कंस वध का मंचन होगा।