पूछताछ में कबूला गुनाह

एसपी सिटी त्रिवेणी सिंह ने बताया कि 5 जून को हुई दिलबरी बेगम की हत्या में उसकी   बहू सना उर्फ नंदा राना और उसके प्रेमी प्रवीन कटियार को गिरफ्तार कर लिया गया है। सना तीन दिन से घर से फरार चल रही थी.        वह अपने प्रेमी के पास किछा में छुप गई थी। दोनों के पास से लूटे गए जेवर भी बरामद कर लिए गए हैं। दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।

सास के जेवर देख बनाया प्लान

दोनों ने बताया कि प्रवीन के पिता सीआरपीएफ में एसआई हैं। प्रवीन एक इंस्टीट्यूट से बीसीए थर्ड ईयर की पढ़ाई कर रहा है। जनवरी 2013 में सना की मुलाकात प्रवीन से हुई थी। सना ने हाई स्कूल तक पढ़ाई की थी। 12वीं की पढ़ाई के लिए वह प्रवीन के पास ट्यूशन पढऩे जाने लगी। इस दौरान दोनों के बीच प्रेम संबंध हो गया। सना ने बताया कि प्रवीन को बीसीए की तीस हजार रुपए फीस जमा करने थी। एक दिन जन्मदिन के कार्यक्रम में सना की सास दिलबरी बेगम ज्वैलरी पहन कर गईं। इस पर सना ने ज्वैलरी से प्रवीन की फीस जमा करने का प्लान बनाया। सना ने प्रवीन को शामिल कर अपनी सास की हत्या की साजिश रच डाली।

शादी को बदला था धर्म

सना मूलरूप से खटीमा की रहने वाली है। उसका असली नाम नंदा राना है। जब वह 10वीं की पढ़ाई कर रही थी, तब 2001 में उसकी सहेली अपने प्रेमी के साथ भागकर गई थी। वह भी बेवजह उसके साथ चली गई थी। कुछ दिनों बाद पुलिस ने उसकी सहेली व प्रेमी को पकड़ लिया था। उसके बाद जब वह अपने घर गई तो उसके मां-बाप ने उसे एक्सेप्ट नहीं किया था। खुद को अकेला पाकर उसने जिस गाड़ी में सहेली भागकर गई थी उसके ड्राइवर इरशाद से संपर्क किया। उसने शादी का प्रस्ताव रखा। पहली पत्नी की मौत के कारण तीन बच्चों और मां की देख-रेख के लिए इरशाद ने उसे स्वीकार कर लिया। तब से वह धर्म बदलकर इरशाद की पत्नी बनकर रह रही थी। इस दौरान दोनों के दो बच्चे भी हुए।

नींद की गोलियां दीं

5 जून को जब सना का पति इरशाद काम पर गया था, तब दोनों नींद की गोली का पैकेट लेकर आए। मिनरल वाटर की बोतल में नींद की दस गोलियां घोलकर पानी दिलबरी बेगम को पीने के लिए दे दिया। हैवी डोज से दिलबरी की मौत हो गई। 6 जून को जब इरशाद वापस आया तो उसने देखा कि उसकी मां कमरे में बेसुध पड़ी है। सूचना पर पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पीएम रिपोर्ट में जहर देकर हत्या की बात सामने आई। पुलिस को सना पर पहले ही दिन से शक था लेकिन सबूत न होने के चलते अरेस्ट नहीं कर पाई। पुलिस को सना की गतिविधियों के कारण उस पर शक था।