-दो वर्ष से चौकियों के जमीन की प्रशासन से हो रही मांग

-फॉरेंसिक लैब का काम ग्रीन लैंड की वजह से रुका

BAREILLY: पुलिस पब्लिक की सुरक्षा के लिहाज से चौकियां खोलना चाहती है, लेकिन पिछले दो वर्षो से प्रशासन की ओर से जमीन ही नहीं मिल रही है। पुलिस की ओर से लगातार प्रशासन को रिमाइंडर भेजे जा रहे हैं लेकिन नतीजा नहीं निकल रहा है। एक बार फिर से एसपी रूरल ने डीएम को नई जेल और रामगंगा तिराहा पर चौकी के लिए जमीन उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा है। इसके अलावा पीएसी की महिला बटालियन के लिए 75 से 100 एकड़ जमीन की भी डिमांड भेजी गई थी। वहीं टियूलिया सीबीगंज में बन रही फॉरेंसिक लैब का काम ग्रीन लैंड की वजह से रुक गया है।

वर्ष 2016 में भेजी गई थी डिमांड

रामगंगा तिराहा पर पुलिस चौकी के लिए जमीन की डिमांड 2 जून 2016 को की गई थी। अब तक 7 रिमाइंडर भेजे जा चुके हैं। रामगंगा चौकी जिस स्थान पर चल रही है, वहां पर पर्याप्त स्थान नहीं है। इसके चलते ही 0.894 वर्गमीटर जमीन की डिमांड की गई थी। इसी तरह से नई जेल बनने के बाद कमुआ मोड़ पर चौकी बनाने के लिए 17 दिसंबर 2016 को जमीन की डिमांड भेजी गई थी। इसके लिए भी तीन रिमाइंडर भेजे जा चुके हैं। टियूलिया में 23 करोड़ की लागत से फॉरेंसिक लैब का निर्माण हो रहा है। इसके लिए 3 करोड़ रुपए पास भी हो चुके हैं लेकिन अब ग्रीन लैंड आने की वजह से निर्माण कार्य रुकवा दिया गया है।