दो मंथ से चल रहा था काम

पेट्रोलियम मिनिस्ट्री के निर्देश के बाद एलपजी कंपनियों ने डाटा मैचिंग व डाटा कलेक्ट किए जाने काम नवंबर 2013 से स्टार्ट किया था। डाटा मैचिंग का काम बरेली सहित टोटल 12 डिस्ट्रिक्ट में एक साथ स्टार्ट किया गया था। बरेली डिस्ट्रिक्ट में टोटल कंज्यूमर्स और डिस्ट्रीŽयूटर की रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। बता दें कि बरेली अर्बन में 21 डिस्ट्रीŽयूटर से करीब 3 लाख जुड़े हैं। इनका डाटा कलेक्ट व मैचिंग किए जाने का काम पिछले दो मंथ से चल रहा था।

Ministry को report सौंपनी बाकी

एलपीजी कंपनियों की मानें तो कंज्यूमर्स और डिस्ट्रीŽयूटर्स के डाटा कलेक्शन व मैचिंग का काम पूरा तो हो चुका है। लेकिन डाटा मैचिंग की रिपोर्ट अभी पेट्रोलियम मिनिस्ट्री को सौंपी जानी बाकी है। मिनिस्ट्री को रिपोर्ट सौंपे जाने के साथ ही इस सर्विस को फाइनल टच दे दिया जाएगा। ऑफिसर्स संभवत: नेक्स्ट मंथ में पोर्टेबिलिटी सर्विस स्टार्ट होने की बात कह रहे हैं।

खास होंगे यह number

पोर्टेबिलिटी सर्विस के तहत इंडेन, भारत और एचपी तीनों एलपीजी कंपनियां एक-दूसरे से ऑनलाइन कनेक्ट रहेंगी। ऑनलाइन सर्विस होने से एजेंसी चेंज करने के बाद भी गैस कनेक्शन नंबर सेम रहेगा। कनेक्शन नंबर चेंज किए बिना दूसरे एजेंसी से जुड़ सकते हैं। ऑनलाइन सर्विस के चलते तीनों कंज्यूमर के कनेक्शन नंबर 16 डिजिट के होंगे। 16 डिजिट से कम नंबर होने पर लास्ट में उतने डिजिट नंबर जोड़ दिए जाएंगे जितने डिजिट नंबर कम हैं।

क्या रहेगा process

ऑफिसर्स की मानें तो एजेंसी चेंज करते वक्त कंज्यूमर्स को ज्यादा हार्ड प्रोसेस नहीं अपनाना होगा। एजेंसी बदलते वक्त कंज्यूमर को सिर्फ अपने डिस्ट्रीŽयूटर के यहां कनेक्शन बंद करने के लिए एक नोटिस देनी होगी। एप्लीकेशन में इस बात का जिक्र करना होगी कि वह किस एजेंसी से जुडऩा चाहता है और अपना गैस कनेक्शन किस डेट से बंद करवाना चाहता है। उसके बाद कंज्यूमर की पूरी डिटेल रिलेटेड एजेंसी को फॉरवर्ड कर दी जाएगी। नाराज हुए कंज्यूमर्स को एजेंसी न बदलने को मनाने

के लिए एजेंसी को तीन दिन का टाइम भी दिया जाएगा।

'डाटा मैचिंग का काम पूरा हो गया है। जल्द ही सर्विस का लाभ लोगों को मिलने लगेगा। जिस एजेंसी की सर्विस बेटर रहेगी कंज्यूमर उससे आसानी से जुड़ सकेंगे.'

-पीवी सिंह, सीनियर एरिया मैनेजर, इंडियन ऑयल