-नौ जिलों में 329 सेंटर्स पर चल रहे हैं यूजी-पीजी के एग्जाम

-बीसीबी में चार स्टूडेंट्स के पास मिली पर्ची, कॉपी की नत्थी

क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ: आरयू के मेन एग्जाम फ्लाइंग स्क्वॉड ने ट्यूजडे को 13 नकलचियों को पकड़ा। स्टूडेंट्स पर्चियों की मदद से सवालों का आंसर दे रहे थे। फ्लाइंग स्क्वॉड ने सभी नकलचियों की कॉपी पर्चियों के साथ नत्थी कर दी। साथ ही केन्द्र व्यवस्थापकों को निर्देश दिए नकल में उनकी संलिप्तता पाई गई तो उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।

बिना चेकिंग इंटर हुए छात्र

बीसीबी में चहेतों स्टूडेंट्स पर कॉलेज के जिम्मेदारों की विशेष कृपा बरस रही है। पाली के इंचार्ज मानक पूरा नहीं करने पर स्टूडेंट्स को एग्जाम रूम में नहीं जाने दे रहे हैं। वहीं, जिम्मेदार आकर बगैर चेकिंग के स्टूडेंट्स को एग्जाम रूम तक ले जा रहे हैं। स्टूडेंट्स पर विशेष कृपा से पाली इंचार्ज में आक्रोश है। बीसीबी में दोनों पालियों में चार नकलची पकड़े गए। वहीं बाकी अन्य सेंटर पर पकड़े गए। बीसीबी की सर्चिग टीम में ड्यूटी को लेकर आक्रोश है। सर्चिग टीम के सदस्यों का कहना है कि कॉलेज मैनेजमेंट ने पश्चिमी गेट पर तैनात किया है। पश्चिमी गेट पर सभी स्टूडेंट्स की सर्चिग होने के बाद उन्हें पूर्वी गेट पर भेज दिया जाता है। इसके अलावा स्टूडेंट लीडर वाहन से कॉलेज कैंपस में फर्राटा नहीं भरें। इसलिए तीसरी पाली के इंचार्ज डॉ। अजय शर्मा ने लाइब्रेरी और कॉमर्स ब्लॉक के पास वाले गेट पर ताला लगवा दिया है।

टीचर्स ने की मीटिंग

बरेली कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन ने ट्यूजडे को कॉलेज कैंपस में मीटिंग की। इसमें पदाधिकारियों ने लास्ट ईयर एग्जाम में की गई ड्यूटी के कम भुगतान आने पर नाराजगी जताई। संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि कॉलेज मैनेजमेंट ने ठेकेदार को भुगतान की जिम्मेदारी सौंपी दी है, जो नियम विरुद्ध है। टीचर्स ने अपना शिकायती पत्र प्रिंसिपल ऑफिस में दे दिया है।

नैक मूल्यांकन में गए प्रिंसिपल

बीसीबी के प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव इस वक्त नैक मूल्यांकन के लिए बाहर गए हुए हैं। इसके लिए उन्होंने नियमों को ताक पर रख दिया। आरएचईओ डॉ। आरपी यादव ने बताया कि नियम मुताबिक प्रिंसिपल को पहले छुट्टी की अप्लीकेशन देनी चाहिए थी। छुट्टी स्वीकृत होने के बाद ही नैक मूल्यांकन के लिए जाना चाहिए था। वहीं, कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल डॉ। अजय शर्मा ने बताया कि प्रिंसिपल ने उन्हें फोन पर छुट्टी की सूचना दी थी।