- तेजी से पांव पसार रहा मलेरिया

- अलाइजा टेस्ट न होने से मरीजों में नहीं हो रही डेंगू की पुष्टि

बरेली : कोरोना का खतरा बढ़ रहा है, संक्रमितों की मौत के आंकड़े का ग्राफ भी बढ़ रहा है। ऐसे में सीजन के दूसरे रोगों को भूलना और खतरनाक हो सकता है। इस वर्ष जांचे कम होने के चलते मलेरिया के केस भी कम ही मिलें है लेकिन अगर जांचे बढ़ाई जाएं तो पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी मलेरिया के काफी केस मिलेंगे। वहीं डेंगू की जांच न होने से अभी तक कोई केस नहीं मिला है लेकिन कोरोना के साथ ही इससे बचाव बहुत जरुरी है।

पिछले वर्ष इतने पेशेंट्स में हुई थी डेंगू की पुष्टि

हेल्थ अफसरों के अनुसार पिछले वर्ष डेंगू व मलेरिया का प्रकोप जिले में भयावह था। यही वजह थी कि पूरे प्रदेश में मलेरिया के सबसे ज्यादा केसेज बरेली में सामने आए। हालांकि पिछले वर्ष 264 पेशेंट्स में डेंगू तो 37000 पेशेंट्स में मलेरिया की पुष्टि हुई थी।

अभी तक इतने मिले मलेरिया के केसेज

मार्च से कोरोना का प्रकोप जारी है। बारिश का सीजन बीतने के साथ मलेरिया और डेंगू का भी रहता है लेकिन हेल्थ अफसरों का पूरा फोकस कोरोना बचाव की ओर है जिस कारण जांचे कम हो पाने के कारण इस वर्ष सितंबर माह के अंत तक महज 9228 मरीज ही मलेरिया के मिले हैं।

अभी शुरु नहीं हुई डेंगू की जांच

हैरत की बात यह है कि कोरोना के चलते हेल्थ अफसरों ने डेंगू की जांच को लेकर अभी तक किसी भी प्रकार की कार्य योजना नहीं बनाई है। वहीं अफसरों का तर्क है कि सर्वे के दौरान किसी भी पेशेंट में डेंगू के लक्षण नहीं मिले हैं।

बरतें सावधानियां

- बच्चों को ऐसे कपड़े पहनाएं जिससे उनके हाथ पांव पूरी तरह से ढके रहें

- घर में कीटनाशक दवा का समय-समय पर छिड़काव करें

- जले हुए तेल या मिट्टी के तेल को नालियों में डालें

- कूलर का पानी सप्ताह में एक बार अवश्य बदलें

- साते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें

- टंकियों व बर्तनों को ढककर रखें

- घर में आसपास पानी जमा न होनें दें

मलेरिया को लेकर सर्वे जारी है, सर्वे के दौरान किसी भी पेशेंट्स में डेंगू के लक्षण नहीं मिले हैं। हालांकि पिछले वर्ष की तुलना में जांचे कम होने से केस कम हैं। डेंगू की जांच को कवायद जल्द शुरु की जाएगी।

डॉ। देशराज सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी