-छात्रवृत्ति के लिए मास्टर डेटा की जांच के दौरान पकड़ी गई गड़बड़ी

बरेली : एमजेपीआरयू से एफिलेटेड 51 कॉलेजों का डेटा छात्रवृत्ति पोर्टल से गायब है। मास्टर डेटा के सत्यापन के दौरान यह गड़बड़ी पकड़ी गई। पोर्टल पर कॉलेज न दिखने की वजह से हजारों स्टूडेंट्स छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रति पूर्ति के लिए आवेदन पत्र नहीं भर पा रही हैं। मामले की जांच कर रहे विश्वविद्यालय के नोडल अधिकारी ने कॉलेजों को पत्र भेजकर डेटा उपलब्ध कराने के लिए 24 घंटे का समय दिया है। अगर समय रहते मास्टर डेटा नहीं आया तो फार्म भरना मुश्किल हो जाएगा।

तो नहीं फिल कर पाएंगे फार्म

समाज कल्याण विभाग एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के पात्र स्टूडेंट्स को छात्रवृत्ति और शुल्क प्रति पूर्ति देता है। इसके लिए कॉलेजों को विद्यार्थियों का पूरा डेटा विश्वविद्यालय को भेजना होता है। वहां से सत्यापन होने के बाद विद्यार्थी फार्म भरते हैं। बीते कई दिनों से आरयू में सभी कॉलेजों के मास्टर डेटा की जांच की जा रही है, जिसमें कोर्स, फीस, मंजूर सीटें, हर वर्ष के अंक आदि चेक किए जा रहे। इस दौरान पता चला कि सम्बद्ध 548 महाविद्यालयों में से सिर्फ 497 का डेटा मिल पाया। 51 कॉलेजों की कोई जानकारी ही नहीं है। ऐसे में सत्यापन की प्रक्रिया नहीं हो पा रही।

इनका भी नहीं मिल रहा डेटा

कन्या महाविद्यालय भूण, सूरज भान कॉलेज बरेली, प्रीतम लाल डिग्री कॉलेज बदायूं, राफिया डिग्री कॉलेज ऑफ हायर एजुकेशन बदायूं, विद्या श्री पार्थ डिग्री कॉलेज फरीदपुर सहित अन्य।

51 कॉलेज ऐसे हैं, जिनका मास्टर डेटा पोर्टल पर नहीं है। जब तक इनके डेटा का सत्यापन नहीं होगा, इन छात्र-छात्राओं के लॉगिन पर कॉलेज का नाम ही नहीं आएगा। इसी वजह से छात्रवृत्ति फार्म भी नहीं भर पाएंगे। कुछ कॉलेजों से संपर्क किया जा रहा है।

प्रो। पीबी सिंह, नोडल अधिकारी, स्कॉलरशिप, आरयू