आप के दूध में डिटर्जेट तो नहीं है

-दूध में सबसे ज्यादा मिलावट आई सामने, 11 सैंपल में मिला डिटर्जेट

-दूध के 50 परसेंट सैंपल हुए जांच में फेल

<आप के दूध में डिटर्जेट तो नहीं है

-दूध में सबसे ज्यादा मिलावट आई सामने, क्क् सैंपल में मिला डिटर्जेट

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BAREILLY:

BAREILLY:

जिस दूध को बच्चों को पिला कर आप उनकी सेहतमंद बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं, हो सकता है कि वह दूध उसकी सेहत के लिए जहर हो। सिटी में दूध के साथ खिलवाड़ का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एफएसडीए द्वारा लिए गए केवल दूध के ब्ख् सैंपल में से ख्ख् फेल हो गए। इससे भी ज्यादा चिंता की बात यह है कि इन ख्ख् में से क्क् सैंपल में डिटर्जेट मिलने की पुष्टि हुई है। डॉक्टर्स की मानें तो इस डिटर्जेट युक्त दूध पीने से इंटेस्टाइन की गंभीर बीमारी होने का खतरा होता है।

फेस्टिव सीजन में बढ़ जाता है खतरा

अधिकारियों ने बताया कि दूध में मिलावट का बड़ा खेल फेस्टिव सीजन में चलता है। इसके साथ ही गर्मी के सीजन भी दूध की कमी होने के साथ ही वह मिलावटखोरी का यह खेल चरम पर पहुंच जाता है। फेल मिले दूध के काफी सैंपल इसी साल मार्च में होली के दौरान लिए गए थे, हाल ही में इनकी रिपोर्ट लखनऊ स्थित प्रयोगशाला से आई है।

डिटर्जेट के साथ यूरिया भी मिलाते हैं

दूध की जांच में यह बात एक बात यह भी सामने आई है कि डिटर्जेट के साथ ही यूरिया भी मिलाई जाती है। हालांकि यूरिया मिलाने की बात जांच में साफ तौर पर निकल कर नहीं आती है। हालांकि जानकार बताते हैं कि यूरिया व डिटर्जेट का खेल दूध वाले अब बेधड़क करने लग गए हैं।

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ब्फ् आइटम्स फेल पाए गए

एफएसडीए की ओर से मार्च से मई तक करीब 8भ् फूड आइटम्स के सैंपल भरे गए थे, जिसमें दूध, मिल्क प्रोडक्ट यानि मिठाई, एडिबल ऑयल, कन्फेक्शनरी, कोल्डड्रिंक, डेयरी, नमकीन, साल्ट, चाय की पत्ती समेत अन्य कई आइटम्स के सैंपल लखनऊ जांच के लिए भेजे गए थे। जून में करीब 7भ् आइटम्स की रिपोर्ट विभाग को जांच के बाद वापस भेजी गई। अधिकारियों के मुताबिक जिसमें से ब्फ् आइटम्स की रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई है, जिसके आधार पर संबंधित शॉप्स के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए नोटिस भेजी जा चुकी है।

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दूध में डिटर्जेट मिले होने से होने वाले नुकसान

-डिटर्जेट में कॉस्टिक एव अन्य रासायनिक पदार्थ मिले होते हैं, जो इंटेस्टाइन को डैमेज करते हैं।

-डिटर्जेट का सीधा असर किडनी पर पड़ता है, यह किडनी को नुकसान पहुंचाती है।

-लगातार इस तरह के दूध का सेवन करने से आंतों में ब्लीडिंग, पेट में मरोड़, लूज मोशन, लिवर में सूजन आ जाती है।

-बच्चों की सेहत को यह तगड़ा नुकसान पहुंचाता है। उनके पूरे सिस्टम को डिस्टर्ब करता है।

-खतरे का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह किडनी को डैमेज कर सकती है, जिससे मौत तक हो सकती है।

-व्यक्ति की पूरी पाचन क्रिया को धीरे-धीरे डिस्टर्ब करके कई गंभीर बीमारियों की सौगात देता है।

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क्यों मिलाते हैं यूरिया व डिटर्जेट

-यूरिया व डिटर्जेट मिलाने से दूध में गाढ़ापन आ जाता है। जिससे दूध देखने में प्योर लगता है।

-दूध में झाग बनने लगता है ऐसे में बिना मिलावट का लगता है।

-दूधिए दूध में पानी मिलाते हैं और फिर उसी के मुताबिक उसमें डिटर्जेट मिला देते हैं।

-जिससे की दूध देखने में पतला नहीं लगता है।

यूं होती है कार्रवाई

अधिकारियों के अनुसार जिन प्रोडक्ट्स की रिपोर्ट निगेटिव आती है। उसके खिलाफ संबंधित रिपोर्ट के आधार पर केस दायर किया जाता है। अनसेफ रिपोर्ट आने पर अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट फ‌र्स्ट और बाकी मामला एडीएम सिटी के यहां दर्ज होता है। केस की सुनवाई के बाद जो भी निर्णय होता है उसके मुताबिक, संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। एफएसडीए के रूल्स के मुताबिक, दोषी व्यक्ति पर मैक्सिमम क्0 लाख रुपए का जुर्माना लगाया जा सकता है।

चार मामले हुए दायर

विभाग की ओर से शहर के चार अलग अलग इलाकों के तीन दूधियों एवं क् मिल्क प्रोडक्ट बेचने वाले शॉप में दूध व सामान अधोमानक एवं मिलावटी पाए जाने उनके खिलाफ मामला दायर किया गया है। इसमें अनंत कुमार, प्रताप सिंह, महमूद खां पर मिश्रित दूध एवं हरीराम यादव पर मिलावटी खोया बेचने पर मामला दर्ज किया गया है।

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आइटम्स सैंपल भरे गए निगेटिव रिपोर्ट

दूध ब्ख् ख्ख्

मिल्क प्रोडक्ट क्भ् क्0

एडिवल ऑयल फ् ख्

मसाले फ् ख्

कन्फेक्शनरी ख् ख्

कोल्डड्रिंक ख् ख्

डेयरी क् क्

नमक ब् ब्

अदर प्रोडक्ट क्0 9

घर में दूध को पहचानने के तरीके

- इसमें यूरिया और पानी की मिलावट हो सकती है। पानी की मिलावट होगा तो सीधे सरफेस पर पानी बह जाएगा। दूध रुक-रुक कर बहेगा।

- यूरिया की जांच के लिए पांच एमएल दूध में दो बूंद ब्रोमोथाइमोल मिलाएं। क्0 मिनट में ब्लू कलर आ जाएगा।

- हथेली पर रखकर रगड़ने से शुद्ध दूध झाग उत्पन्न नहीं करेगा। जबकि मिलावट वाला दूध झाग देगा।

- शुद्ध दूध गर्म करने पर पीला पड़ने लगेगा। जबकि मिलावट दूध रंग नहीं बदलेगा।

विभाग द्वारा भरे गए सैंपल्स में से ब्फ् आइटम्स की रिपोर्ट निगेटिव आई है। क्0 आइटम्स की रिपोर्ट अभी भी पेंडिग है। निगेटिव रिपोर्ट वाले आइटम्स के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है।

अजय कुमार जायसवाल, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी

दूधिए अक्सर मुनाफा कमाने के लिए खेल करते हैं। डिटर्जेट मिला हुआ दूध पीने से कई तरह की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। मिलावटी दूध के लगातार सेवन से लिवर व किडनी डैमेज भी हो सकती है।

डॉ। अजय मोहन, फिजिशियन