घेराव के दौरान घटना

बीए, बीकॉम, बीएससी, समेत कई क्लासेज में स्थाई टीचर्स के गायब रहने के विरोध में महेंद्र यादव, अरुण यादव, फैज मोहम्मद, अनिल यादव, अतुल मिश्रा, समेत कैंपस के कई छात्रनेता प्रिंसिपल के ऑफिस में प्रदर्शन कर रहे थे। प्रिंसिपल की गैरमौजूदगी में चीफ प्रॉक्टर डॉ। जोगा सिंह ने उनकी कंप्लेन सुनी और मांगपत्र लिया। स्टूडेंट्स का आरोप था कि टीचर्स काफी लेट आते हैं व हाजिरी देने के बाद भी क्लास में नहीं आते। केवल अस्थाई टीचर्स ही क्लास लेने आते हैं। प्रदर्शन कर छात्रनेता बाहर निकल रहे थे कि इतने में डॉ। वंदना शर्मा वहां पहुंच गई और उनके और महेंद्र यादव व अरुण यादव के बीच बहस छिड़ गई।

हाथापाई की नौबत

डॉ। वंदना ने महेंद्र और अरुण पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने और अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने छात्रनेताओं से कहा कि वे क्लास के स्टूडेंट ही नहीं हैं तो उन्हें सवाल उठाने का हक ही नहीं है। इस पर पर वे अभद्रता पर उतारू हो गए। नौबत हाथापाई तक आ गई और महेंद्र ने उन्हें देख लेने की धमकी दे डाली। मौके पर मौजूद डॉ। जोगा सिंह होठी ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया। उन्होंने बताया कि प्रदर्शन करने वालों में कोई भी उनके क्लास का स्टूडेंट नहीं था। वे सब अपनी राजनीति करने में जुटे थे।

Head के खिलाफ भी blame

डॉ। वंदना ने डिपार्टमेंट के हेड डॉ। डीआर यादव के खिलाफ भी अमर्यादित व्यवहार करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने फ्राइडे को ही प्रिंसिपल को एक दिन की छुट्टी का एप्लीकेशन दिया था। यह जानते हुए भी हेड ने कॉलेज न आने पर उनके साथ गलत तरीके से बात की और जबरदस्ती कॉलेज बुलवाया। उन्होंने हेड पर उनके खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए उकसाने का आरोप भी लगाया।

DM और SSP को भी complain

डॉ। वंदना शर्मा ने अपने आरोपों को लेकर प्रिंसिपल डॉ। आरपी सिंह, मैनेजमेंट कमेटी के प्रेसीडेंट और डीएम अभिषेक प्रकाश, सेक्रेट्री देवमूर्ति और एसएसपी को भी कंप्लेन दर्ज कराई है। उन्होंने सभी से लिखित में इस प्रकरण को गंभीरता से लेकर उचित कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि कैंपस में इस तरह से टीचर के सम्मान को ठेस पहुचाना शर्मनाक है। उन्होंने बताया कि यदि कॉलेज अपनी स्तर से उचित कार्रवाई नहीं करता तो वे अपने स्तर से एफआईआर दर्ज कराएंगी।

सभी ने कहा, शर्मनाक

इस घटना को सभी ने शर्मनाक करार दिया है। बीसीबी टीचर्स एसोसिएशन के सेक्रेट्री डॉ। वीपी सिंह ने कहा कि वे डॉ। वंदना के साथ हैं और जो भी कार्रवाई कराने की बात होगी उसका पूरा समर्थन देंगे। डॉ। रमेश त्रिपाठी ने बताया कि इस तरह की घटना पूरे शिक्षक समाज के सम्मान को ठेस पहुंचाती है। वहीं अम्बेडकर छात्र मोर्चा ने भी इसका विरोध करते हुए दोषी छात्रनेताओं के खिलाफ एफ आईआर दर्ज कराने की मांग की है। जिलाध्यक्ष अवनीश चौबे ने बताया कि कॉलेज एफआईआर दर्ज नहीं कराता है तो इसके विरोध में प्रदर्शन करेंगे।