-नवाबगंज के गांव फाजिलपुर से वर्ष 2015 में घर से शाम को गुमशुदा हुई थी 15 वर्षीय किशोरी

-किशोरी के पिता ने कराई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस ने तलाश के नाम पर भी ऐंठ लिए रुपए

<-नवाबगंज के गांव फाजिलपुर से वर्ष ख्0क्भ् में घर से शाम को गुमशुदा हुई थी क्भ् वर्षीय किशोरी

-किशोरी के पिता ने कराई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस ने तलाश के नाम पर भी ऐंठ लिए रुपए

BAREILLYBAREILLY:

लाडली बेटी को खोने के साथ ही एक परिवार का पुलिस से भी भरोसा उठ गया। घर से शाम को चाचा के घर जाते समय ख्म् जून ख्0क्म् को गुमशुदा हो गई थी। उसके बाद से आज तक उसका कोई सुराग नहीं लगा। परिजन उसे तलाशने के पुलिस आफिस के लगातार चक्कर लगाते रहे लेकिन पुलिस ने किशोरी को बरामद करने के बजाए गुमशुदगी दर्ज कर कागजी कार्रवाई पूरी कर एफआर लगा दी। किशोरी के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने ठीक से कार्रवाई नहीं की अगर पुलिस कार्रवाई करती तो उनकी बेटी उन्हें मिल जाती। यह बात गुमशुदा हुए बेटी के मां-बाप ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से फ्राइडे को कही।

तीर्थ यात्रा से लौटा था परिवार

नवाबगंज थाना क्षेत्र के गांव फाजिलपुर निवासी धर्मपाल किसानी करते हैं। उनके एक बेटा और दो बेटियां हैं। बेटा पढ़ाई करने के बाद उत्तराखंड की निजी कंपनी में जॉब करता है। धर्मपाल ने बताया कि करीब दो साल पहले उनका परिवार और भाई का परिवार पूर्णागिरि के लिए गया था। वहां से लौटने के बाद शाम ख्म् जून ख्0क्म् को सभी लोग कीर्तन करने में लगे हुए थे। तभी उनकी बड़ी बेटी शकुंतला क्भ् वर्ष चाचा घर पड़ोस में किसी काम से गई थी। लेकिन रास्ते से गुम हो गई। किशोरी की मां धर्मवती ने जब बेटी को तलाश किया तो उसका कहीं पता नहीं चला तो परिजनों को बेटी के गुमशुदा होने की जानकारी दी। जानकारी मिलते ही घर में कीर्तन आदि सबकुछ बंद करके परिजनों ने किशोरी को तलाशना शुरू कर दिया। लेकिन किशोरी का सुराग नहीं लगा। जिसके बाद परिजनों ने उसकी गुमशुदगी थाने में दजर्1 करा दी।

पुलिस ने दबिश देने के ले लिए पैसे

गुमशुदा किशोरी की मां धर्मवती और पिता धर्मपाल ने बताया कि उन्होंने किशोरी की गुमशुदगी दर्ज कराई। जिसके बाद वह थाने कई बार गए लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। जब उन्होंने पुलिस से ज्यादा कहा तो पुलिस ने उनसे दबिश देने के लिए गाड़ी किराए पर लाने को कहा। आरोप है कि जब कि धर्मपाल गाड़ी किराए पर करके थाने ले गए तो पुलिस ने दो-चार जगह दबिश दी लेकिन इसके बाद शांत हो गए। परिजनों ने थाना पुलिस से बेटी की बरमदगी के लिए काफी प्रार्थना की लेकिन पुलिस ने उनकी नहीं सुनी। जिससे उनका पुलिस से भी भरोसा उठ गया।

दो बार आई कॉल

किशोरी के पिता ने बताया कि बेटी के गायब होने के बाद उनके फोन पर दो बार अज्ञात की कॉल आई। जिसमें कॉल करने वाले बेटी को खुद के चुगंल में होना बताया। आरोप है उन्होंने पुलिस को वह फोन नम्बर भी दिया लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

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