-25 मई को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के फीमेल वार्ड में मां के पास से चोरी हो गया था नवजात

-सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला के पति को ही हिरासत में लेकर की थी पूछताछ नहीं लगा चोर का सुराग

BAREILLY:

मेरा तो 'लाल' डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल से ही चोरी हो गया था। मुझे आज भी अच्छी तरह याद है एक युवती मेरे पति के पीछे से आई थी। वह चेहरे पर मास्क पहने हुए थी। उसने खुद को हॉस्पिटल का स्टॉफ बताया। इसके बाद उसने पति से पानी मंगवाया और हमको पिला दिया। जिससे मुझे नींद आने लगी। तो बच्चा पति नेकपाल ने सास प्रेमवती को दे दिया। बच्चा जब पति ने सास को दे दिया तो वह युवती भी चली गई और वह सास को नशीला पानी पिलाकर मेरे 'लाल' को लेकर चली गई। अब जाने कैसा होगा मेरा 'लाल'। दिल उसे देखने को करता है, लेकिन क्या करूं। बेटे की याद करके रोते हुए यह बातें नवजात की मां ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने कही।

24 मई को हुअा था बेटा

भमोरा क्षेत्र के मझारा गांव के निवासी नेकपाल ने गर्भवती पत्‍‌नी रिंकी को 24 मई को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। उसी दिन रिंकी ने बेटे को जन्म दिया। 25 को नेकपाल की मां प्रेमवती वार्ड के बाहर पेड़ के नीचे बैठी थी। उसकी गोद में नवजात बच्चा था। इसी बीच वहां एक युवती आई जिसने चेहरे पर मास्क पहन रखा था। वह कुछ देर प्रेमवती के पास बैठकर बात करती रही और.बच्चा गोद में खिलाने के बहाने से नशीला पानी पिलाकर वहां से नवजात चोरी कर ली गई। कुछ देर बाद जब नेकपाल मां के पास पहुंचा तो देखा वह बेहोश पड़ी थी और बच्चा नहीं था। आसपास के लोगों से जब नेकपाल ने जानकारी ली तो पता चला कि कोई युवती नवजात को खिला रही थी। लेकिन जब युवती दिखाई नहीं दी तो नेकपाल ने पत्नी को इसकी जानकारी दी। बच्चा को चोरी होने की जानकारी मिलते ही रिंकी बेहोश हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने रिंकी की सास प्रेमवती को भी बेहोशी की हालत में एडमिट करा दिया। पुलिस ने इस मामले में रिंकी के पति नेकपाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं लगा।

ठीक से देख भी नहीं पाई

नेकपाल की पत्नी रिंकी ने बताया कि उसे क्या पता था कि जिस हॉस्पिटल में उसे बेटा होने पर खुशी मिली थी। वह चंद घंटों में ही लुट जाएगी। अरे मैं तो अपने 'लाल' को ठीक से देख भी नहीं पाई तब तक चोरनी युवती उसे चुरा ले गई। न जाने कैसे होगा मेरा 'लाल' किसके पास होगा। अब उसके पास एक बेटा बचा है। रिंकी का कहना है कि उसके पति के पास पैसा नहीं था इसीलिए वह डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में इलाज के लिए गई थी। लेकिन वहां पर तो उसका बेटा ही नहीं अरमान ही चोरी हो गया।