1612 करोड़ से स्मार्ट सिटी और पैन सिटी बनाने के प्रस्ताव पास

विजन- शिल्पकार, सुशासित, संचालित, सुरक्षित और सुखद बरेली

BAREILLY:

बरेली का स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट शहर की बोर्ड परीक्षा में मिले जुले फीडबैक के बाद पास हो गया है। मंडे को निगम की बोर्ड बैठक के एजेंडे में शामिल स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के प्रस्तावों पर सदन ने मंजूरी की मुहर लगा दी है। प्रोजक्ट में बरेली के सिविल लाइंस एरिया को स्मार्ट बनाने और पूरे शहर को पैन सिटी के तहत डेवलेप करने पर कुल 1612 करोड़ रुपए का भारी भरकम बजट खर्च होगा। नगर निगम बोर्ड से पास होने के बाद स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट 24 जून को यूपी की स्टेट लेवल हाई पावर्ड स्टीयिरिंग कमेटी के सामने पेश होगा। जहां प्रोजेक्ट की समीक्षा कर खामियों को सुधारा जाएगा और पहले से बेहतर बनाया जाएगा। इसके बाद 30 जून को शासन की ओर से प्रोजेक्ट शहरी विकास मंत्रालय को स्मार्ट सिटी मिशन के राउंड टू में दावेदारी के लिए भेजा जाएगा।

बैठक रद, 12 जुलाइर् को चर्चा

मंडे को 11 बजे से बोर्ड बैठक शुरू होनी थी। लेकिन बरेली नगर निगम में तीन बार पार्षद रहे हाजी अहमद अली का निधन होने के चलते मेयर डॉ। आईएस तोमर ने बैठक से पहले 2 मिनट का मौन रख शोक सभा की। साथ ही बैठक कराए जाने पर सदन से राय मांगी। पार्षद आरिफ कुरैशी ने शोकसभा के बाद बैठक रद करने और रमजान के बाद कराने का सुझाव दिया। इसके खिलाफ पार्षद नेता राजेश अग्रवाल, बब्लू खान, आलोक तायल, कपिलकांत सक्सेना व छंगामल मौर्य ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को देखते हुए इस प्रस्तावों पर ही चर्चा का सुझाव दिया। जिसे मेयर ने मान लिया। एजेंडे के बाकी प्रस्तावों पर चर्चा के लिए 12 जुलाई को बोर्ड बैठक बुलाई गई है।

स्मार्ट सिटी के पांच विजन

शिल्पकार बरेली - बरेली के जरी-जरदोजी, मांझा, सुरमा और बेंत फर्नीचर उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।

सुशासित बरेली- बरेली में ई-गवर्नेस लागू होगा। विभागों के बीच बनेगा सिस्टम, सेंट्रली होगा शिकायतों का हल

संचालित बरेली- शहर में स्मार्ट टै्रफिक मैनेजमेंट सिस्टम, बेहतर पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन और फुटपाथ की सुविधा

सुखद बरेली - एनर्जी सेविंग योजनाएं लागू, विभागों, बड़ी इमारतों समेत 10 फीसदी एरिया में सोलर लाइट्स यूज

सुरक्षित बरेली- शहर में चौराहों, सड़कों, विभागों में 24 बाय 7 सर्विलांस, सीसीटीवी कैमरे से निगरानी

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स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में खासियत

- अर्बन हाट से अक्षर विहार तक ग्रीन वॉक एरिया का निर्माण

- मोती पार्क में मल्टी स्टोरी पार्किंग

- नॉवेल्टी बस स्टेशन की जगह पर मल्टी स्टोरी पार्किंग

- हाइडिल कॉलोनी में निजी निवेशकों से गरीबों के लिए मकानों का निर्माण

-गंगापुर में रेट्रोफिटिंग के तहत विकास, अंडरग्राउंड होंगी बिजली की लाइन

- सोलर प्लांट का निर्माण, मल्टी स्टोरी इमारतों में सोलर पैनल का इस्तेमाल

- बारिश का पानी सहेजने को रेन हारवेस्टिंग सिस्टम तैयार करना।

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फियरिंग फैक्ट्स

- 45 फीसदी शहरी एरिया से ही उठ रहा कूड़ा, 55 फीसदी में नहंी कूड़ा डिस्पोजल की सुविधा

- 32 फीसदी शहरी आबादी साक्षर नहीं। स्मार्ट सिटी मिशन के लिए साख पर दाग

- 40 फीसदी शहरी आबादी के लोग जरी-जरदोजी उद्योग से जुड़े हैं।

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स्मार्ट सिटी फाइनेंशियल प्लान

स्मार्ट सिटी पर खर्च होने वाले 1612 करोड़ रुपए का खर्च तीन मदों से मिलने वाले बजट से पूरा

किया जाएगा। इनमें स्मार्ट सिटी मिशन के तहत मिलने वाला फंड, योजनाओं के जरिए जुटाया गया फंड और फाइनेंसिंग के अन्य सोर्स से रकम जुटाना शामिल है।

कटेगरी कुल खर्च एससीएम योजनाएं अन्य सोर्स

एरिया बेस्ड डेवलेपमेंट 1,150 करोड़ 799 करोड़ 181 करोड़ 170 करोड़

पैन सिटी प्रपोजल 385 करोड़ 24 करोड़ 276 करोड़ 85 करोड़

प्रोजेक्ट प्रिपरेशन 77 करोड़ 41 करोड़ - 36 करोड़

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