माय गव पर वोटिंग से दूर वोटर्स, तकनीकी पेचीदगी के चलते बनाई दूरी

29 जून तक 45 हजार वोटिंग की जरूरत, प्रोजेक्ट में पिछड़ने की आशंका

BAREILLY:

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को बेहतर बनाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे नगर निगम के सामने वोटिंग की चुनौतियां बरकरार हैं। स्मार्ट सिटी और पैन सिटी के लिए जबरदस्त ऑनलाइन वोटिंग होने से प्रोजेक्ट के लिए जो उम्मीदें बंधी हैं, उन्हें माय गव पर कम पोलिंग और डिस्कशन के चलते दिक्कत आ रही। केन्द्र सरकार की वेबसाइट www.mygov.in पर बरेली के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए जरूरी वोटिंग का आंकड़ा बेहद कम है। 30 जून को शहरी विकास मंत्रालय में प्रोजेक्ट जमा होने से पहले इस वेबसाइट पर बरेली के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को कम से कम 45 हजार वोटिंग व डिस्कशन का आंकड़ा छूना है। जबकि वेबसाइट पर 18 हजार पोलिंग और डिस्कशन का आंकड़ा भी नहीं पहुंचा है।

5 फीसदी वोट जरूरी

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए शहरी विकास मंत्रालय ने सिटीजन एंगेजमेंट की शर्त लगाई है। शर्त के मुताबिक शहरों को अपना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट बनाने के लिए जनता से भी राय मशविरा लेना होगा। साथ ही उनकी पसंद के मुताबिक एरिया बेस्ड डेवलेपमेंट और पैन सिटी के लिए सुविधाएं तय करनी होंगी। सिटीजन एंगेजमेंट के तहत ही निगम की वेबसाइट पर स्मार्ट सिटी वोटिंग और पैन सिटी वोटिंग कराई गई। लेकिन इसी के साथ माय गोव वेबसाइट पर भी वोटिंग व डिस्कशन होना जरूरी है। माय गोव पर शहर की 9.50 लाख की आबादी के कम से कम 5 फीसदी के बराबर यानि 45 हजार से ज्यादा वोटिंग व डिस्कशन जरूरी है।

सिर्फ 13 हजार डिस्कशन

स्मार्ट सिटी व पैन सिटी के लिए निगम की वेबसाइट में ही जनता के लिए ऑनलाइन वोटिंग की व्यवस्था की गई। इसका देर सबेर ही सही निगम को फायदा मिला। स्मार्ट सिटी के लिए जहां 93,700 से ज्यादा वोटिंग हुई। वहीं पैन सिटी के लिए भी 45 हजार से ज्यादा वोट मिले। लेकिन माय गोव वेबसाइट पर वेडनसडे रात तक महज 12,917 डिस्कशन ही दर्ज हुए। वहीं पोलिंग का आंकड़ा करीब 5 हजार तक ही पहुंचा है। कम वोटिंग ने ही निगम के पसीने छुड़ा दिए। इसके चलते ही निगम को विज्ञापन जारी कर लोगों से माय गोव पर पोलिंग व डिस्कशन करने की अपील की गई है। 29 जून तक महज 7 दिनों में निगम के सामने करीब 25 हजार वोटिंग व डिस्कशन माय गव पर जुटाने की चुनौती है।

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