बरेली(ब्यूरो)। सीबीगंज के बंडिया गांव में खूंखार कुत्तों के आतंक का शिकार बनी बच्ची की मौत के बाद नगर निगम के अफसरों की आंखें खुल ही गईं। गुरुवार को नगर निगम की टीम कुत्ते पकडऩे के लिए गांव तो पहुंची लेकिन महज दो कुत्ते पकडक़र ही वापस लौट आई।


आज फिर जाएगी टीम
सीबीगंज के बंडिया गांव में थर्सडे को नगर निगम की टीम पहुंची। डॉग कैचर ने गांव से दो कुत्तों को भी पकड़ा। नगर निगम के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ। आदित्य तिवारी ने बताया कि गांव में खुला एरिया होने के कारण पकड़ते समय कुत्ते खेत में भाग जाते हैैं। ऐसे में फ्राइडे को भी टीम गांव जाकर कुत्तों को पकड़ेगी। साथ ही रेबीज से संक्रमित डॉग को पकडक़र आबादी से दूर किया जाएगा, जिससे ग्रामवासियों को समस्या न हो।


तीन बच्चों की हो चुकी मौत
सीबीगंज के बंडिया गांव में अवधेश गंगवार की दो वर्षीय बेटी खूंखार कुत्तों के हमले में बुरी तरह जख्मी हो गई थी। बुधवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। इससे पहले भी बंडिया गांव में कुत्तों का झुंंड दो बच्चों की जान ले चुका है, लेकिन जिम्मेदारों ने सुध नहीं ली।

डेली आ रहे 120 से अधिक लोग
बता दें डॉग बाइट की समस्या गांव से लेकर शहर तक बदस्तूर बनी हुई है। 300 बेड अस्पताल में रोजाना औसतन 120 से अधिक मरीज एआरवी लगवाने पहुंचते हैैं, इसमें से अधिकांश डॉग, मंकी व कुछ सियार के काटने के भी आते हैैं।