2003-07 तक तहबाजारी के तहत 26 जगहों पर दिए गए थे ठेके

ऑडिट रिपोर्ट में हुआ खुलासा, शासन ने निगम से तलब की रिपोर्ट

BAREILLY:

नगर निगम की ओर से ठेके पर हायर की गई फर्म बिना काम किए ही निगम को लाखों का चूना लगा रहे। निगम की लापरवाही का फायदा उठाते हुए फर्म व ठेकेदारों ने तहबाजारी के पुराने मामले में 48 लाख हड़प गए। 2 साल पहले ऑटोमेटेड नलकूप व्यवस्था की तरह इस मामले में भी निगम के जिम्मेदार रकम डकार कर बैठे ठेकेदारों व फर्म ओनर्स के खिलाफ कोई कार्रवाई करना तो दूर, इस फर्जीवाड़े का खुलासा तक न कर सका। 48 लाख के सरकारी रकम को डकारने वाली फर्मो पर शासन ने निगम से पूरी रिपोर्ट तलब कर ली है।

ऑडिट रिपोर्ट में हुआ खुलासा

नगर निगम की ओर से साल 2003-04, 2004-05, 2005-06 और 2006-07 में तहबाजारी के तहत शहर के 26 एरिया में वसूली के लिए फर्म को ठेके दिए गए। लेकिन वसूली का शुल्क ठेकेदारों ने निगम को नहीं दिया। सांठ-गांठ के चलते इस घोटाले का खुलासा भी न होने दिया गया। लेकिन निगम की ऑडिट जांच में ठेकेदारों का फर्जीवाड़ा पकड़ में आ गया। ऑडिट टीम की ओर से पिछले 4 साल से हो रहे इस फर्जीवाड़े पर आपत्ति जताई गई। साथ ही इसकी कंप्लेन शासन से की गई। जांच रिपोर्ट में इस पूरे फर्जीवाड़े में निगम के पूर्व उप नगर आयुक्त विनोद कुमार गुप्ता का नाम भी सामने आया है। प्रभारी अपर नगर आयुक्त ईश शक्ति कुमार सिंह ने पूरे मामले में जांच करा रिपोर्ट शासन को सौंपने की बात की है।