-शिक्षकों की मांग पर बीएसए ने रद्द किया पेपर

-अधिकांश शिक्षक धरने में शामिल होने के लिए गए लखनऊ

BAREILLY परिषदीय स्कूल्स में पढ़ने वाले नौनिहालों के भविष्य पर शिक्षकों की हड़ताल भारी पड़ गई। लखनऊ में होने वाली हड़ताल में शिक्षकों के शामिल होने के कारण बेसिक शिक्षा विभाग ने पेपर हटा दिया। जबकि वेडनसडे को गणित का पेपर था। हालांकि शिक्षामित्रों ने सूचितापूर्वक पेपर कराने का दावा किया था, लेकिन बीएसए ने पेपर ही रद्द कर दिया।

21 मांगों को लेकर हड़ताल

पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू कराने, मृतक आश्रित कोटे पर भर्ती, बकायों के भुगतान समेत 21 मांगों को लेकर परिषदीय स्कूल्स के शिक्षकों ने वेडनसडे को लखनऊ में धरना दिया, ताकि उनकी मांगें सरकार तक पहुंच सकें। शिक्षकों ने अपनी मांगों को शासन तक पहुंचाने के लिए बच्चों का भविष्य तक ताक पर रख दिया। अधिकांश शिक्षकों के लखनऊ चले जाने के कारण परिषदीय स्कूल्स में परीक्षा कराना संभव नहीं हो पाया। नतीजन बीएसए डीएस सचान ने वेडनसडे को होने वाली क्लास एक से आठवीं तक की परीक्षा को रद्द कर दिया। हालांकि ट्यूजडे को प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश संगठन मंत्री हरीश बाबू के नेतृत्व में शिक्षकों ने बीएसए से मुलाकात करके उन्हें हड़ताल की सूचना दे दी थी। वहीं क्लास एक से लेकर पांचवीं तक की परीक्षा 19 मार्च को पहली और दूसरी पाली में होगी। वहीं क्लास छह से आठवीं तक की यह परीक्षा 18 मार्च को दूसरी पाली में होगी।

वर्जन

शिक्षकों के हड़ताल पर होने के कारण परीक्षा कराया जाना संभव नहीं था। इसलिए पेपर को रद्द कर दिया गया। अब यह पेपर 18 और 19 मार्च को होंगे।

डीएस सचान, बीएसए