- नगर निगम ने लांच की ई-निर्माण वेबसाइट, निर्माण कार्य का पहले और बाद का फोटो भी दिखेगा

- बजट में नहीं हो सकेगा खेल, प्रदेश में सिर्फ बरेली नगर निगम में शुरू की गई व्यवस्था

बरेली : पूर्व नगर आयुक्त सैमुअल पॉल एन जाने से पहले शहरवासियों को बड़ा तोहफा दे गए। जिससे अब बरेलियंस घर में बैठकर ही जान सकते हैं कि शहर में कहां और कितना डेवलपमेंट हुआ है। पूर्व नगर आयुक््रत ने निर्माण विभाग की नई ई-निर्माण वेबसाइट शुरू कराई है। इससे शहरवासी अपने मोबाइल पर ही निर्माण कार्यो की प्रगति देख सकेंगे। यहां तक की कार्यो से संबंधित फाइल की लोकेशन भी आसानी से पता चल जाएगी। प्रदेश भर में यह व्यवस्था सिर्फ यहां नगर निगम में सैटरडे को शुरू की गई। आगरा से पहुंचे कंपनी के इंजीनियरों ने कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी।

कहीं से भी देखी जा सकेगी स्थिति

निर्माण विभाग की वेबसाइट खोलने के लिए अधिकारी, ठेकेदार और जनता को अलग-अलग अधिकार होंगे। शहर के लोग कही भी लैपटॉप या फिर अपने मोबाइल पर भी साइट खोल सकेंगे। इसके बाद योजनाओं के हिसाब से निगम के कामों की भी जानकारी पा सकेंगे। फिलहाल निगम की सभी सूचनाएं वेबसाइट पर अपलोड की जा रही हैं।

वार्ड वाइज फीड होगा डाटा

निगम के सभी निर्माण कार्यो की सूचना वेबसाइट पर होगी। इसमें राज्य वित्त आयोग, अवस्थापना निधि, चौदहवां वित्त आयोग में मिली रकम, उसका खर्च और काम की प्रगति दिखाई देगी। हर निर्माण कार्य का पहले, काम के दौरान और काम पूरा होने के बाद का फोटो भी अपलोड होगा। गूगल मैप से जगह भी आसानी से पता चल सकेगी। इसे वार्ड वाइज, ऑफिसर वाइज और ठेकेदार के हिसाब से भी देखा जा सकेगा।

बजट का भी चलेगा पता

नई वेबसाइट पर हर निर्माण कार्य की भौतिक व वित्तीय प्रगति भी दिखाई जाएगी। इसमें यह पता रहेगा कि किस मद में कितनी रकम निगम के पास थी। निर्माण कार्य कितना हुआ और उसमें कितनी रकम खर्च की जा चुकी है। इसमें जिन कामों में देरी हो रही है, उनकी भी सूचना होगी।

आगरा की कंपनी ने दिया सॉफ्टवेयर

लखनऊ की यूपी डेस्को कंपनी के माध्यम से आगरा के कंप्यूटर केंद्र ने सॉफ्टवेयर बनाया है। निर्माण की जानकारी पाने को बीएनएन.ईनिर्माण.इन इन पर जाना होगा। सैटरडे को कंप्यूटर केंद्र के प्रोजेक्ट मैनेजर ध्यानेंद्र शुक्ला ने नगर निगम पहुंचकर इंजीनियरों व कर्मचारियों को सॉफ्टवेयर के बारे में प्रशिक्षण दिया।

फाइलें नहीं होंगी गुम

नई व्यवस्था के लिए सभी फाइलों में यूनिक नंबर दिया जा रहा है। इन फाइलों में योजना का नाम और साथ में एक नंबर होगा जिससे फाइल के साथ ही संबंधित काम की पहचान होगी। कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन उस नंबर को डालकर फाइल की लोकेशन का पता लगा सकेगा। पता चल जाएगा कि संबंधित फाइल अब किस स्तर तक कार्यवाही हुई है। ऐसे में फाइल खोना संभव नहीं होगा। मुख्य अभियंता संजय चौहान ने बताया कि नई व्यवस्था से काम आसान हो जाएगा।

प्रदेश के पहले नगर निगम में ई-निर्माण व्यवस्था शुरू हुई है। इससे मोबाइल पर ही निर्माण विभाग के सभी कार्यो की प्रगति देखी जा सकेगी। निर्माण संबंधित सभी सूचनाएं इसमें अपलोड होने के बाद लोगों को आसानी होगी। कार्यो में पारदर्शिता आएगी।

सैमुअल पॉल एन, पूर्व नगर आयुक्त