फ्लैग- कोरोना से कार्ड कारोबारियों का काम चौपट

80 करीब शॉप हैं शादी कार्ड की

12 करोड़ का होता था कारोबार

1-करोड़ तक नहीं पहुंचा अभी तक काम

7-माह से बंद है कारोबार

-शादी कार्ड कारोबार पर भी दिख रही बंदिशों की मार

लॉकडाउन से पहले के छपे हुए कार्ड तक नहीं लेने आए कस्टमर्स

बरेली: घर या परिवार में कोई फंक्शन हो तो शादी कार्ड छपवाना लोग बेहतर मानते हैं और लोगों में एक ट्रेंड भी बन गया कि लोग बर्थडे से लेकर नामकरण तक का कार्ड छपवाते थे। शहर में शादियों के सीजन की बात करें तो शादी कार्ड का बिजनेस करीब 12 करोड़ से अधिक का होता था। लेकिन इस बार यह बिजनेस एक करोड़ तक को पार नहीं कर पा रहा है। शहर के कारोबारियों की माने तो कार्ड का बिजनेस करने वाले बहुत से छोटे व्यापारियों ने मायूस होकर शॉप तक बंद कर दी है। वह अपना परिवार चलाने के लिए दूसरा बिजनेस तलाश रहे हैं।

गाइड लाइन से भी परेशानी

शहर के शादी कार्ड कारोबारियों की माने तो सरकार ने अनलॉक-5 की गाइड लाइन जारी की तो उन्हें बहुत उम्मीद थी कि उनका कारोबार भी अब चमकेगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ बल्कि जितनी उम्मीदें थी उसमें से कुछ भी नहीं हुआ। क्योंकि जब शादी में सरकार ने एक पक्ष से 100 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी है उसमें से 50 से तो अधिक का कई लोगों का परिवार ही होता है। ऐसे में लोग मेहमानों को बुलाने के लिए कार्ड ही नहीं छपवाना चाह रहे हैं। जो शादी कार्ड लेने के लिए लोग आ रहे हैं वह उस तरह से कार्ड की डिमांड ही नहीं कर रहे हैं। जिससे प्रॉब्लम बढ़ी हुई है।

दस परसेंट भी कार्ड की बिक्री नहीं

शादी कार्ड की जो आम शादियों की सीजन में डिमांड होती थी वह अब खत्म हो गई है। यानि सिर्फ पहले की अपेक्षा 10 परसेंट भी डिमांड नहीं बची है। जो कस्टमर्स शादी कार्ड लेने के लिए आ रहे हैं वह सिर्फ 21-51 या फिर 50 कार्ड की ही डिमांड कर रहे हैं। इसमें भी जो कस्टमर्स शादी कार्ड पसंद कर रहे हैं वह सिर्फ मीडियम कार्ड ही पंसद कर रहे हैं। अब महंगे कार्ड पंसद नहीं किए जा रहे हैं।

पहले की शॉप में भरा हुआ है माल

शादी की सीजन शुरू होने से पहले शॉप ओनर्स ने जनवरी और फरवरी में जो माल लगाया था वह लॉकडाउन के चलते आज तक बिका ही नहीं है। ऐसे में जो रुपए शॉप ओनर्स का फंसा हुआ है वह निकलना मुश्किल हो रहा है। तो अब नया माल मांगवाने की भी हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।

-कार्ड का कई वर्षो से काम कर रहा हूं, इस बार तो काम ही चौपट हो गया। पहले के करीब दो लाख रुपए के कार्ड छपे हुए डंप हो गए हैं। अब नए कार्ड की बिक्री ही न के बराबर है। जो कार्ड लेने के लिए कस्टमर्स आ रहे हैं वह सिर्फ 50 या फिर 100 कार्ड से अधिक नहीं मांग रहे हैँ।

गिरीश सहानी, जितेन्द्र कार्ड बड़ा बाजार

-पहले के जो कार्ड छपे हुए थे वह तक कोई लेने के लिए नहीं आया जिससे वह बेकार हो गए रुपया भी डूब गया। दूसरा अब जो कार्ड लेने के लिए आ रहे हैं वह सिर्फ 21 या फिर 51 कार्ड ही मांग रहा है। कोई 100 कार्ड वाला कस्टमर्स ही नहीं आया सुबह से।

नीरज गुप्ता, सेक्रेटरी बरेली वेडिंग कार्ड एसोसिएशन

शादी कार्ड अधिक छपवाने से भी क्या फायदा जब मेहमानों को बुलाने के लिए संख्या सरकार ने लिमिटेड कर रखी है। ऐसे में तो मेरे दोस्त की शादी थी तो उसके लिए कार्ड लेने के लिए आया हूं, उसने सिर्फ 50 कार्ड लिए हैं।

सत्येन्द्र

-इस बार शादी कार्ड छपवाने से भी क्या फायदा कोरोना चल रहा है। ऐसे में बेटे का बर्थडे तो कम ही मेहमानों को बुलाना है तो कार्ड बगैर छपवाए ही फोन पर सूचना देकर बुलाया लिया है। क्योंकि कार्ड छपवाने के बाद बांटना भी मुश्किल हैं।

हिमांशु