-जाम खुलवाने में ट्रैफिक पुलिस का बर्बाद होता है समय

-पब्लिक को भी घंटो जाम में फंसने पर होती है दिक्कत

BAREILLY: अक्सर देखने में आता है कि जाम लगने पर ट्रैफिक पुलिस मौके पर पहुंचकर जाम खुलवाने में लग जाती है। इसमें काफी वक्त लगता है और पब्लिक को प्रॉब्लम भी होती है। ऐसे में ट्रैफिक पुलिस जाम खुलवाने की जगह जाम न लगे, इस पर फोकस कर रही है। इसके पीछे मकसद है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में कोई प्रॉब्लम न हो। कुछ दिनों पहले लखनऊ में हुई मीटिंग में ट्रैफिक पुलिस को इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।

कई वजह हैं जाम लगने की

बरेली में अक्सर जाम लगा रहता है। इसके पीछे सिस्टम के साथ-साथ पब्लिक व अन्य संस्थाएं भी जिम्मेदार हैं। ट्रैफिक सिग्नल और चौराहा पर भी लोग जल्दबाजी में निकलते हैं और फिर जाम लग जाता है। ऑटो वाले भी सवारी भरने के चलते कहीं भी ऑटो रोक देते हैं, जिससे जाम लग जाता है। वहीं सिटी में जगह-जगह पाइप लाइन, टेलीफोन लाइन या अन्य किसी वजह से सड़क खोद दी जाती है। इसकी वजह से सड़क सकरी हो जाती है और जाम की स्थिति पैदा होती है।

मरीज फंसकर गवां देते हैं जान

जाम लगने पर ट्रैफिक पुलिस के साथ-साथ सिविल पुलिस के जवान भी जाम खुलवाने की कोशिश करते हैं। कई बार जिस जाम को खुलने में 10 मिनट का वक्त लगेगा, घंटों में खुलता है। इससे जाम में फंसी पब्लिक को काफी प्रॉब्लम होती है। सबसे ज्यादा मरीजों को दिक्कत होती है और एंबुलेंस जाम में फंस जाती हैं। कई बार जाम की वजह से रास्ता न मिलने से एंबुलेंस में ही जान चली जाती है। बीते दिनों सिटी से शुरू हुए जाम की वजह से रामगंगा के पास एक मरीज की मौत हो गई थी।

पहले से किया जाएगा अवेयर

यही वजह है स्मार्ट सिटी को लेकर सिटी में रोड किनारे खुदाई करने वाली कंपनियों को पहले ही लिखकर देना होगा कि वह किस एरिया में काम करेंगे। वह दिन की जबह रात में काम करें। सिटी की पब्लिक के साथ-साथ ऑटो-टैंपो व अन्य वाहनों के ड्राइवर्स को भी अवेयर किया जाएगा। यही नहीं अगर वे न मानें तो उनके खिलाफ सख्त एक्शन भी लिया जाएगा। पब्लिक को भी इस बारे में सोशल मीडिया व अन्य माध्यम से जानकारी दे दी जाएगी ताकि वह भी इन रूट्स को जरुरत पर ही यूज करें और जाम में नहीं फंसेंगे। प्रभारी टीआई मनोज पटेल ने बताया कि ट्रैफिक डायरेक्टर के द्वारा मिले दिशा-निर्देशों पर वर्क शुरू कर दिया गया है।

खोदाई से लगा भ्ायंकर जाम

मंडे को बीसलपुर रोड किनारे खोदाई करने के चलते जाम लग गया। बीसलपुर रोड से जाम लगना शुरू हुआ तो पीलीभीत रोड पर भी जाम लगना शुरू हो गया। जिसके बाद दोनों सड़क पर करीब 10 किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया। सैटेलाइट से लेकर बैरियर टू तक वाहनों की लंबी कतारें लग गई। उर्स के चलते रूट डायवर्जन की वजह से इस रूट पर बड़े वाहनों की ज्यादा संख्या पहुंच गई। जाम में सैकड़ों वाहन फंस गए। जाम की सूचना पुलिस को मिली लेकिन उर्स की ड्यूटी में बिजी होने के चलते पुलिस को पहुंचने में थोड़ा वक्त लग गया। जाम बढ़ने पर ट्रैफिक पुलिस को मौके पर बुलाया गया। कड़ी मशक्कत के बाद करीब ढाई घंटे बाद 5 बजे शाम खुल सका। जाम की असली वजह स्कूल टाइम पर सड़क किनारे खोदाई करना था। क्योंकि इस रोड पर कई स्कूल हैं जिनकी बसें छुट्टी के वक्त निकलती हैं। सड़क खुदी होने के चलते बसें मुड़ नहीं पाई और जाम लगना शुरू हो गया।