-शहर में पानी के बचाव पर पब्लिक का रवैया गैर जिम्मेदार, हर दिन 11 लाख लीटर पानी बर्बाद
-सबमरसिबल, व्हीकल वॉशिंग सेंटर व गलत आदतों से पानी की बर्बादी खतरनाक ढंग से बढ़ी
BAREILLY: सुबह का आगाज अगर घर में पानी खत्म होने से हो तो। ऊपर से पानी की सप्लाई भी बंद हो तो कहने ही क्या। दिन का आगाज ही शिकायतों, गुस्से और अधिकारियों -विभाग को कोसने से शुरू हो जाए। रिएक्शन जायज भी है। सुबह-सुबह पानी के बिना दिन की शुरुआत भी कहीं हो सकती है। न फ्रेश हो सकेंगे न कपड़े धुलेंगे और न खाना पकेगा। लेकिन इस सिचुएशन के लिए क्या अकेले सरकारी विभाग ही जिम्मेदार हैं। पानी की कमी में हमारा आपका कोई कसूर नहंी। कभी सोचा है, जो पानी आप अपनी लापरवाही या नादानी में बेकार बहा देते हैं, वह खत्म हो जाएं तो क्या होगा। पानी बचाइए, सरकार के लिए या पब्लिक के लिए नहीं। बल्कि अपने लिए। क्योंकि आज आप जल बचाएंगे तोही आपका कल भ्ाी बचेगा।
व्हीकल वॉशिंग में लाखों लीटर बर्बाद
शहर में अंडरग्राउंड वॉटर लेवल साल दर साल तेजी से गिरता जा रहा है। पब्लिक का अपने वाहनों की धुलाई का शगल हर दिन लाखों लीटर पानी बर्बाद कर रहा। रिपोर्ट्स के मुताबिक चौपुला, सिविल लाइन, किला, श्यामगंज, डीडीपुरम सहित सिटी के अन्य एरियाज में करीब 140 फोर व्हीलर व टू व्हीलर वॉशिंग सेंटर्स हैं। जहां पर रोजना 6000 से अधिक वाहनों की धुलाई होती है। औसतन एक वाहन को धुलने में 200 से एक हजार लीटर पानी वेस्ट होता है। हर दिन अगर एक वाहन में 100 लीटर पानी भी जरूरत से एक्स्ट्रा खर्च होता है, तो एक दिन में शहर से 6 लाख लीटर पानी सिर्फ वाहनों की बेतरतीब धुलाई से बर्बाद हो रहा।
5 लाख लीटर घरों में बर्बाद
रिपोर्ट्स के मुताबिक एक व्यक्ति पर एक दिन स्टैंडर्ड पानी का खर्च करीब 125 लीटर है। लेकिन पानी के इस्तेमाल में कोई सावधानी न बरतने के चलते असल में यह आंकड़ा एक दिन में 175 लीटर प्रति व्यक्ति पहुंच रहा है। लोग जरूरत से ज्यादा रोजाना अपने ऊपर 50-60 लीटर पानी एक्स्ट्रा इस्तेमाल कर रहे हैं। इसमें खाना बनाने नहाने, ब्रश करने, कपड़ा धोने में हर जगह आवश्यकता से अधिक पानी वेस्ट हो रहा है। एक्सपर्ट की मानें तो बरेली शहर में ही करीब 9 लाख की आबादी कम से कम 5 लाख लीटर पानी अपनी आदतों के चलते बेवजह बर्बाद कर रही है।
कितना और कैसे बचा सकते हैं पानी
काम - अनसेफली यूज - सेफली यूज - बचत
ब्रश करते समय - 5 मिनट 20 लीटर - 0.5 लीटर - 19.5 लीटर
शेव करते समय - 2 मिनट 10 लीटर - 0.25 लीटर - 9.75 लीटर
नहाते, कपड़े धोते समय - 30 मिनट 90 लीटर - 30 लीटर - 60 लीटर
टॉयलेट में - 10 मिनट 30-40 लीटर - 7.5 लीटर - 20-35 लीटर
सफाई करते समय - 10 मिनट 90 लीटर - 20 लीटर - 70 लीटर
बाइक धोने में - 10 मिनट 90 लीटर - 20 लीटर - 70 लीटर
कार धोने में - 30 मिनट 300 लीटर - 50 लीटर - 250 लीटर
इसलिए गिर रहा वॉटर लेवल
- शहर में किसी भी रिहायशी या कॉमर्शियल भवन में रेन हारवेस्टिंग सिस्टम नहीं।
- तेजी से बन रही मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में पानी की अंधाधुंध खपत हो रही।
- सैकड़ों तालाब पाट दिए गए। जिससे बारिश में वॉटर लेवल मेंटेन नहीं हो रहा।
- पानी की बर्बादी रोकने के लिए पब्लिक का अवेयर व सेंसिबल नहीं होना।
- जलकल की वॉटर सप्लाई में लीकेज से रोजाना करीब 10 एमएलडी पानी की बर्बादी।
पानी बचाने को यह करें
- वाहन को धूल और गंदगी से बचाने के लिए कवर यूज करे।
- रोजाना डस्ट क्लीनर ब्रश यूज करे।
- फोर व्हीलर के लिए कॉम्पैक्ट वैक्यूम यूज करे।
- अपने वाहन पर टेफ्लान कोटिंग कराएं।
- हफ्ते में एक बार ही पानी से वाहन को धुले।
- ब्रश करने के बाद ही नल खोलें, उससे पहले पानी न बर्बाद करें।
- शॉवर चालू करके नहाने से बचे। इससे ज्यादा पानी बर्बाद होता है।
- घर में स्टोरेज टैंक बनाएं वेस्ट पानी को गार्डेन में यूज कर सकते है।
- नल की धार हमेशा पतली रखें, लीकेज नलों को तुरंत ठीक कराएं।
- फ्रिज को डिफ्रॉस्ट करने पर निकलने वाले पानी का घरेलू काम में यूज करें।
- वॉटर हारवेस्टिंग अपनाकर वॉटर लेवल को बरकरार रखा जा सकता है।
यह कतई न करें
- पौधों में जरुरत से ज्यादा पानी न दें।
- सब्जी, फल, चावल को धोने के लिए सीधे टैप के बजाए बर्तन में धोएं।
- कपड़े धोने में अधिक डिटजर्ेंट का यूज नहीं करना चाहिए।
- जब तक पानी की जरूरत ना हो नल न खोलें।
बरेली डिस्ट्रिक्ट में वॉटर सप्लाई
- आबादी करीब 15 लाख
- कुल हैंडपंप 40,342 और शहर में हैंडपंप की संख्या 2660.
- डिस्ट्रिक्ट में 17177 तालाब, शहर में 164 तालाब जिनमें से अधिकतर पट चुके है।
- बरेली में 64 कुएं जिनमें से कई पट चुके है।
- ओवर हैडटैंक की संख्या - 22 (17 नए बन रहे)
- ट्यूवेल की संख्या - 52 (29 नए बन रहे)
- वॉटर लेवल 35 से 40 फीट।
- हर साल वॉटर लेवल 1 से 2 मीटर नीचे जा रहा।
- 30 परसेंट पॉपुलेशन को भरपूर पानी नहीं मिल पाता है।
- शहर में जलकल की ओर से हर दिन पानी की सप्लाई 105 मिलियन लीटर डेली (एमएलडी)
- शहर में हर दिन पानी की मांग 135 एमएलडी, हर दिन करीब 10 एमएसडी लीकेज व बर्बाद