-कलेक्ट्रेट के पास एक दुकान में चल रहा हैं जनसेवा केंद्र

-शिकायतें मिलने पर एनआईसी ने शुरू की कार्रवाई

BAREILLY: कलेक्ट्रेट स्थित एक 'जनसेवा केंद्र' शक के दायरे में आ गया है। इस 'जनसेवा केंद्र' पर सीएससी त्रिवेणी भी लिखा हुआ है। यही नहीं सिटी में कलेक्ट्रेट के पास कोई भी लोकवाणी सेंटर ओपन ही नहीं किया गया है। ऐसे में एनआईसी की ओर से शिकायतें मिलने पर इसकी फोटोग्राफी कराई गई है।

सब कुछ बनता है दुकान पर

कलेक्ट्रेट चौक पर तहसील के पास एक दुकान पर इलेक्ट्रिकल्स, फायर सर्विस सेंटर के अलावा फोटो स्टेट समेत तमाम काम किए जा रहे हैं। इस शॉप पर जनसेवा केंद्र का भी बैनर लगा हुआ है। इस बैनर पर लिखा है कि यहां पर आय, जाति, निवास, मूल निवास व अन्य प्रमाण पत्र बनते हैं। इसके अलावा सीएससी त्रिवेणी जनसेवा केंद्र का फ्लेक्सी बोर्ड भी जमीन पर रखा गया है। दुकान पर बिजली के अप्लीकेशन फार्म के अलावा बीटीसी ऑनलाइन की जानकारी भी दी जा रही है।

एनआईसी के पास पहुंची शिकायतें

जनसेवा केंद्र के शक के दायरे में आने की कई वजह हैं। क्योंकि एनआईसी के पास डेली 4 से 5 लोग पासवर्ड जानने की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। जब उनसे पूछा जाता है कि उन्होंने कहां से अप्लाई किया तो वह कलेक्ट्रेट के पास स्थित जनसेवा केंद्र का नाम लेते हैं। जबकि रजिस्टर्ड जनसेवा केंद्र पर सिटीजन सर्विस के तहत प्रमाण पत्रों को अप्लाई कर बनाया जा रहा है।

सिटी में जनसेवा ओपन केंद्र नहीं

यूपी में जनसेवा केंद्र चलाने की जिम्मेदारी व्यमटेक कंपनी को दी गई है। जनसेवा केंद्र सिर्फ गांवों में ओपन किए जाते हैं। यदि जनसेवा केंद्र के अलावा दुकान में सीएससी त्रिवेणी, यानि त्रिवेणी कॉमन सर्विस सेंटर ओपन किया गया है तो उसे जनसेवा केंद्र का नाम नहीं दिया जा सकता है। इसके अलावा त्रिवेणी कॉमन सर्विस सेंटर पर आय, जाति, निवास, जन्म, मृत्यु समेत 26 सेवाएं नहीं चलायी जा सकती हैं।

सिटी में जनसेवा केंद्र ओपन नहीं किया जा सकता है। कलेक्ट्रेट के पास कोई लोकवाणी सेंटर ओपन नहीं है। सीएससी त्रिवेणी पर आय, जाति और अन्य प्रमाण पत्र नहीं बनाए जा सकते हैं। पब्लिक की शिकायतें मिलने के बाद कार्रवाई शुरू कर एसडीएम को रिपोर्ट भेजी जाएगी।

मनोज कुमार, प्रिंसिपल सांइटिस्ट, एनआईसी बरेली