पुताई के दौरान सीमेंट शेड टूटने से हुआ हादसा

एक मजदूर हॉस्पिटल में एडमिट, हालत चिंताजनक

<पुताई के दौरान सीमेंट शेड टूटने से हुआ हादसा

एक मजदूर हॉस्पिटल में एडमिट, हालत चिंताजनक

BAREILLY:

BAREILLY: इज्जतनगर के पीलीभीत रोड स्थित फोनिक्स मॉल में व्हाइट वॉश के दौरान एक और हादसा हो गया। इस बार हादसे में दो लोग छत से नीचे गिर गए। हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई और दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा सीमेंट शेड के ऊपर सीढ़ी लगाकर पुताई करते वक्त हुआ। एक फिर मॉल में हादसे से सवाल खड़े होने लगे हैं कि इसमें गलती किसकी है। वहीं मॉल मैनेजमेंट ने अपनी तरफ से किसी भी लापरवाही से इनकार किया है। जबकि पुलिस मामले की जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रही है।

दोनों छत पर थे मौजूद

शंकर लाल, रूपापुर, इज्जतनगर में रहता है। उसने फोनिक्स मॉल में पुताई का ठेका ले रखा है। क्8 मई से मॉल में पुताई का काम चल रहा है। वेडनसडे को उसका बेटा ख्0 वर्षीय जीतू उर्फ अजीत व लेबर रतनपाल और सोनू पुताई का काम कर रहे थे। पुताई मॉल में मेन एंट्री गेट के साइड वाली दीवार पर हो रही थी। करीब क्00 फीट ऊंची छत पर सीढ़ी के सहारे नीचे झूला लटकाकर पुताई चल रही थी। झूले पर बैठकर सोनू पुताई कर रहा था और जीतू व रतनपाल छत पर मौजूद थे जो झूले को मूव कर रहे थे।

पेड़ की डाल भी टूटी

दोपहर करीब साढ़े क्ख् बजे पुताई खत्म होने पर सोनू झूले से उतर गया। सोनू के झूले से उतरने के बाद अचानक छत पर मौजूद जीतू व रतनपाल सीमेंट शेड पर चढ़ गए। वेट ज्यादा होने से शेड एक ओर से टूट गया। इसके चलते सीढ़ी नीचे गिर गई और साथ में जीतू व रतनपाल भी नीचे आकर गिरे। दोनों नीचे गिरने से पहले छोटे से पेड़ में भी फंसे लेकिन उसकी डाल टूट गई। नीचे पक्का फर्श होने से दोनों को गंभीर चोटें आई। फोनिक्स मॉल प्रबंधन ने तुरंत दोनों को पास के हॉस्पिटल में एडमिट कराया लेकिन जीतू की मौत हो गई। रतनपाल की हालत गंभीर होने पर उसे रामपुर गार्डन स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। उसके शरीर का निचला हिस्सा टूट गया है।

मॉल में मच गई अफरा-तफरी

मॉल में हादसे के बाद अफरा-तफरी मच गई। मौके पर भीड़ लगने के अलावा मॉल के अंदर से भी लोग शीशे से झांकते हुए नजर आए। सूचना पर इज्जतनगर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। सीओ सिटी थर्ड असित श्रीवास्तव भी मौके पर पहुंचे और मॉल मैनेजमेंट से पूछताछ की। मैनेजमेंट की ओर से पुलिस को बताया गया कि उन्होंने पुताई करने वालों को सेफ्टी किट उपलब्ध कराई थी। सीमेंट शेड टूटने से हादसा हुआ है। सेफ्टी के पूरे इंतजाम भी किए गए थे।

आखिर किसकी लापरवाही है

फोनिक्स मॉल में हुए हादसा कहीं न कहीं लापरवाही का ही नतीजा है। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि आखिर किसकी लापरवाही से हादसा हुआ है। क्या ठेकेदार की लापरवाही से हादसा हुआ जिसकी वजह से उसे अपना बेटा खोना पड़ गया। क्योंकि बिना पुख्ता सेफ्टी इंतजाम के वह पुताई क्यों करा रहा था। या फिर छत पर मौजूद जीतू व रतनपाल की लापरवाही है जो टीन शेड पर खड़े हुए थे। या फिर मॉल मैनेजमेंट के जिसकी ओर से बिना किसी एक्सपर्ट के ही पुताई का काम कराया जा रहा था। फिलहाल पुलिस इन सब सवालों के जवाब तलाश रही है।

पहले भी गई है जान

फोनिक्स मॉल में यह कोई पहला हादसा नहीं है। कुछ दिनों पहले हादसे में एक शख्स की जान चली गई थी। उस वक्त भी मॉल में पुताई करते वक्त हादसा हुआ था। हालांकि परिजनों ने कोई पुलिस शिकायत नहीं की थी। एक हादसे के बावजूद भी मॉल प्रबंधन से सेफ्टी के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए जिसके चलते एक और युवक को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।

परिवार का रो-रोकर बुरा हाल

हादसे के बाद से जीतू के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था। जीतू के परिवार में पिता शंकरलाल, मां राधा, बहन शिखा और दो भाई अनुराग व युग हैं। हादसे से कुछ देर पहले शंकरलाल मॉल में मौजूद था लेकिन वह बाद में लेबर लेने के लिए चला गया था। शंकर लाल ने बताया कि मॉल मैनेजमेंट की ओर से सेफ्टी किट दी गई थी। टीनशेड खराब होने के चलते हादसा हुआ है। वहीं रतनपाल के घर वाले भी हादसे से काफी परेशान हैं।

फोनिक्स मॉल में हादसे में एक युवक की जान चली गई और दूसरा घायल हो गया है। पुताई के दौरान सीमेंट शेड टूटने से हादसा हुआ है। हादसे की जांच की जा रही है।

राजीव मल्होत्रा, एसपी िसटी बरेली

पुताई करने वालों को सेफ्टी बेल्ट दी गई थी। टीनशेड टूटने से हादसा हुआ है। मॉल मैनेजमेंट की ओर से कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। हमने ही घायलों को तुरंत हॉस्पिटल पहुंचाया। इससे पहले कोई हादसा नहीं हुआ था।

रोहित मिश्रा, मैनेजर फोनिक्स मॉल