-गांधी नगर क्रॉसिंग लूट का पुलिस ने किया खुलासा

-पूर्व ड्राइवर समेत 6 बदमाश गिरफ्तार, 8 लाख बरामद, मेरठ के तीन बदमाश फरार

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BAREILLY:

नौकरी से निकाले जाने पर नाराज ड्राइवर ने ही प्रेमनगर के गांधी नगर क्रॉसिंग पर ख्ख् लाख की लूट की घटना को अंजाम दिया था। वह मालिक से बदला लेना चाहता था। लिहाजा, उसने साथी के साथ मिलकर लूट का खाका तैयार किया था। उसकी निगाह तो मालिक के रोजाना क् करोड़ के टर्न ओवर होने वाली रकम पर थी, लेकिन घटना के दिन कार में रकम कम मिली। फिलहाल, पुलिस ने गिरफ्त में आए छह बदमाशों से 8,फ्0,000 रुपए लूट की रकम समेत दो बाइक व तमंचा बरामद कर लिया है। शेष तीन बदमाशों की तलाश में पुलिस मेरठ रवाना हो गई है।

वारदात में शामिल हैं 9 बदमाश

मुन्ना ने पुलिस को बताया कि वह नौकरी से निकालने के बाद मालिक से बेहद खफा था। लिहाजा वह मालिक से बदला लेना चाहता था। इसकी चर्चा उसने अकाउंटेंट रचित के दोस्त सचिन से की और बताया कि डेली एक करोड़ रुपए जाता है, इसे लूटा जाए। इसके बाद सचिन ने अपने दोस्त आशीष शर्मा से संपर्क किया। आशीष ने जेल में बने दोस्त आसपाल उर्फ नन्हें प्रजापति से संपर्क किया। आसपाल ने राशिद से संपर्क किया। राशिद ने अपने साथ मोहम्मद नवी उर्फ गुड्डू को शामिल कर लिया। गुड्डू ने कहा कि लूट में संख्या कम हो रही है। इस पर राशिद ने अपने मेरठ के दोस्त यासीन मास्टर से संपर्क किया। यासीन ने अपने साथ भतीजे बाबू और असद को लाने की बात कही। इस प्रकार लूट के लिए कुल नौ लोग तैयार हो गए। फिर राशिद के बहेड़ी स्थित जरी कारखाने में लूट की तैयारी हुई।

एक के बाद एक पकड़ते गए

मुन्ना ने शुरुआत में पुलिस को कुछ भी नहीं बताया, लेकिन पुलिस ने सचिन को पकड़ लिया। सचिन ने आशीष का नाम उगल दिया। इसके बाद पुलिस ने आशीष, राशिद, आसपाल और गुड्डू को भी पकड़ लिया। पुलिस ने एक के बाद एक बदमाशों को तो पकड़ लिया, लेकिन लूट की रकम बरामद न होने से पुलिस परेशान थी। पुलिस ने जब आसपाल की पत्‍‌नी व बच्चों को बुलाकर पूछताछ की तो उसने सास के पास रुपए रखने की बात कही। पुलिस ने उसके पास से क्,भ्0,000 रुपए बरामद कर लिए।

कब्रिस्तान में छिपा दिए थे रुपए

पुलिस ने जब राशिद को पकड़ा तो वह विकलांग होने का नाटक करने लगा। हैरत की बात तो यह रही कि एक पुलिस मित्र राशिद को शरीफ बताकर छुड़ाने की सिफारिश करते रहे, लेकिन पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो सब उगल दिया। ने ख्,70,000 रुपए बारादरी के एक हाजी के यहां रखे थे। बाकी रुपए बारादरी के एक कब्रिस्तान में छिपाए थे।

नहीं जानते एक दूसरे को

इस लूट की प्लानिंग और वारदात को अंजाम देने में 9 बदमाश शामिल हैं। सिर्फ दो बदमाश एक-दूसरे को जानते हैं, लेकिन 7 अन्य बदमाश एक-दूसरे को नहीं जानते हैं। यही वजह है कि मेरठ के तीनों बदमाशों का पुलिस के पास एड्रेस नहीं है।

कई बार प्रयास पर हुए फेल

बदमाशों ने रेकी के बाद कई बार बाइक से कार का पीछा किया, लेकिन हर बार फेल हो गए। फेल होने की वजह कभी उस रास्ते से पुलिस का मूवमेंट तो कभी भीड़ होना होता था लेकिन क् जून को उन्हें खाली मौका मिला और वारदात को अंजाम दे डाला।

हिस्से में आई रकम

लूट की सबसे ज्यादा रकम राशिद के हिस्से में म् लाख रुपए आई। उसके पास से ब्,70,000 रुपए बरामद हुए। मेरठ के बदमाशों को हिस्से के फ्-फ् लाख रुपए दिए गए। गुड्डू को भी फ् लाख मिले, लेकिन उसके पास से ख्,क्0,000 रुपए बरामद हुए। आसपाल के पास से सिर्फ क्,भ्0,000 बरामद हुए। लूट की प्लानिंग करने वाले मुन्ना, सचिन और आशीष को राशिद क्-क् लाख रुपए देने वाला था।

प्रेमनगर के गांधी नगर में लाखों की लूट का खुलासा कर दिया गया है। म् बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मेरठ के तीन बदमाशों को पकड़ने के लिए टीम भेज दी गई है।

धर्मवीर यादव, एसएसपी बरेली