रमजान का मुबारक महीना हुआ शुरू, हुई अमन-चैन की दुआ

नन्हें बच्चों ने भी रखा रोजा, शाम को बड़ों के साथ किया इफ्तार

BAREILLY: रमजान का मुकद्दस महीना ट्यूजडे को शुरू हो गया। लोगों ने सुबह उठकर सहरी की और दिनभर रोजा रखा। इस दौरान लोगों ने घरों और मस्जिदों में कुरान की तिलावत की। जबकि शाम को मगरिब की नमाज के वक्त घरों और मस्जिदों में लोगों ने इफ्तार किया। वहीं मस्जिदों में नमाज के दौरान मुल्क में अमन-चैन की दुआ भी कराई गई।

इबादत में मसरूफ रहे लोग

मस्लिम समुदाय के लोगों ने ट्यूजडे को पहला रोजा रखने के लिए भोर में तय वक्त से पहले सहरी की। सहरी करने के बाद लोगों ने फज्र की नमाज अदा की और फिर कुरान की तिलावत में की। दिनभर इबादतों का सिलसिला चलता रहा। शाम को इफ्तार मगरिब की नमाज का वक्त होने पर लोगों ने इफ्तार कर रोजा खोला। महिलाओं ने जहां घरों में नमाज अदा करके रोजा खोला तो वहीं पुरुषों ने मस्जिदों में सामूहिक रूप से नमाज अदा करके रोजा इफ्तार किया।

बच्चों ने भी रखा रोजा

15 वर्ष से छोटे बच्चों और नौ वर्ष से कम उम्र की लड़कियों पर रोजा फर्ज नहीं है लेकिन छोटे बच्चों ने भी अपने घर के बड़ों के साथ रोजा रखा। उनका उत्साह देखते ही बन रहा था। शिद्दत की गर्मी में उन पर न प्यास तारी थी और न ही उन्हें भूख का अहसास हुआ।

मस्जिदों में हुई तरावीह

सुन्नी समुदाय की मस्जिदों में शाम को तरावीह की विशेष नमाज अदा की गई। शहर की गूलर वाली मस्जिद, खानकाहे वामिकिया मस्जिद, नॉवेल्टी की पहलवान साहब मस्जिद, एक मिनारा मस्जिद, छोटी मस्जिद, आजमनगर की जामुन वाली मस्जिद, दरगाह आला हजरत की रजा मस्जिद शाही जामा मस्जिद समेत तमाम मस्जिदों में तरावीह की नमाज अदा की गई।