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- कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर बन रहा सिद्ध, अमृत और कृतिका नक्षत्रों का अद्भुत संयोग

- सूर्योदय से देर शाम तक रहेगा संयोग, दान का विशेष महत्व, मनोकामनाएं करेगा पूरी

BAREILLY: आज शहरवासियों के लिए स्नान और ध्यान का पवित्र कार्तिक पूर्णिमा का योग है। इस विशेष दिन चंद्रमा और पूर्णिमा की युति से सकल सर्वार्थ सिद्धयोग का शुभ मुहूर्त भी बन रहा है। जो जातकों के हवन, पूजन, स्नान और ध्यान के महत्व का कई गुना फल प्रदान करने वाला है। ज्योतिषाचार्य इस संयोग को सकल कामना परिपूर्ण करने वाला योग मानते हैं। जिसका शास्त्रोक्ति के मुताबिक सर्वाधिक महत्व ज्योतिष विधान में माना गया है। इस दिन विधि विधान से शुभ कर्म करना फलदायक होगा।

यूं बन रहा है संयोग

ज्योतिषाचार्य पं। राजेंद्र त्रिपाठी के मुताबिक इस दिन चंद्र का पूजन होता है। चंद्र का ही एक पर्यायवाची नाम सोम होता है। सोमवार को सोम का पूजन विशेष लाभकारी होगा। यह दिन कृतिका नक्षत्र का प्रभाव रहेगा। जिसे महाकार्तिकी कहते हैं। जो सिद्ध योग और अमृत योगों के संयोगों में पड़ेगा। इन्हीं मुहूर्तो में भगवान का मत्स्यावतार भी हुआ था। जिसे ब्रह्मा, विष्णु, शिव, अंगिरा और आदित्य के अनुसार यह महा पुनीत पर्व है। इस दिन लकड़ी, कंबल, गुड़, कपास, वस्त्र, अर्थ व खाद्य पदार्थो के दान का भी महत्व सर्वाध्ि1ाक है।

पूजन विधान

ज्योतिषाचार्य पं। राजीव शर्मा के मुताबिक सुबह किसी सरोवर या नदी में स्नान के दौरान कायिक, वाचिक और नासिक तीन प्रकार की डुबकी लगाने का विधान है। यदि यह संभव न हो तो बाल्टी में दो बूंद गंगा जल मिलाकर स्नान कर सकते हैं। उसके बाद लाल, पीले, गुलाब रंग के वस्त्र धारण करें। भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए पूजन हवन करें। ध्यान रहे कि इस दिन चंद्रोदय पर शिवा, संभूति, संतति, प्रीती, अनुसुइया और क्षमा 6 कृतिकाओं के पूजन से कन्यादान से सन्तान व्रत पूर्ण होता है।

शुभ संयोगों का मुहूर्त

सिद्ध योग - सोमवार शाम 7.22 से मंगलवार सुबह 6.43 बजे तक

अमृत योग - सोमवार सुबह 6.42 से शाम 7.22 बजे तक

पूर्णिमा तिथि - सोमवार सूर्योदय से शाम 7.22 बजे तक