- अचानक लिए जाएंगे लोगों के सैंपल

- सीएमओ ने एमएमयू प्रभारियों को जारी किए आदेश

बरेली : जिले में संक्रमण ने रफ्तार तब पकड़ी थी जब रैंडम सैंपलिग शुरू हुई थी। रैंडम सैंपलिंग के बाद ही शहर में सैकड़ों लोग एक दिन में पॉजिटिव मिल रहे थे। अब जब संक्रमण की रफ्तार थम गई है तो यह लौटकर न आए इसके लिए रैंडम सैंपलिंग का फॉर्मूला अपनाया जा रहा है। पहले से चिन्हित की जगह अब अचानक लोगों के सैंपल लिए जाएंगे। इसके लिए सभी चिकित्साधिकारियों, सैंपलिंग प्रभरियों और एमएमयू प्रभारी को निर्देशित किया गया है।

अक्टूबर में 94 फीसदी पहुंचा रिकवरी रेट

अक्टूबर माह में किसी भी दिन संक्त्रमितों के मिलने की संख्या सौ तक नहीं पहुंची। इससे भी बड़ी बात यह कि ज्यादातर दिनों में यह संख्या 35 से 40 के बीच रही। नतीजा यह हुआ कि जिले में संक्रमण दर कम हुई और रिकवरी दर 94 फीसद तक पहुंच गई। अब सर्दियां शुरू हो गई हैं। माना जा रहा है कि इस मौसम में ठंड के साथ संक्त्रमित भी बढ़ सकते हैं। दूसरे देशों और प्रदेशों में ऐसी स्थिति आने पर ही शासन की ओर से सभी जिलों के अधिकारियों को सावधान बरतने के लिए कहा गया था। संक्त्रमण लौट कर न आ सके इसके लिए स्वास्थ्य महकमा व्यापक रूप से तैयारियां कर रहा है। सीएमओ डॉ। विनीत शुक्ला ने बताया कि अब तक चिन्हितए बीमार और टेस्ट कराने आए लोगों की जांच हो रही थी। लेकिन अब रैंडम सैंपलिंग में तेजी लाई जाए इसके लिए सभी लैब टैक्नीशियनए मेडिकल मोबाइल यूनिट, सीएचसी प्रभारियों को निर्देशित कर दिया गया है। बताया कि हो सकता है शहर में कुछ ऐसे लोग भी घूम रहे होंए जिनमें संक्त्रमण हो, लेकिन उनमें लक्षण न दिख रहे हों। रैंडम सैंपलिंग से ऐसे लोग सामने आ सकेंगे। बिना लक्षण वाले लोग ही कोरोना कैरियर्स का भी काम करते हैं।

रेस्टोरेंट संचालकों और कर्मियों के लिए गए सैंपल

संडे को जिले के करीब 230 रेस्टोरेंट संचालकों और उनके कर्मचारियों के सैंपल लिए गए। इनमें से पांच लोग पॉजिटिव मिले। इन सभी को होम आइसोलेट व अस्पताल में भर्ती कराया गया। साथ ही दस दिनों के लिए इनके प्रतिष्ठान भी बंद कराए गए।