- कंडक्टर्स बिना बुकिंग के ही बसों में ढो रहे हैं लगेज

BAREILLY:

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में नियमों को ताक पर रखकर कंडक्टर्स लगेज ढो रहे हैं। दरअसल, बरेली परिक्षेत्र में कंडक्टर्स लोगों से पैसा लेकर बस के अंदर लगेज रख रहे हैं। कई तो बाकायदा तौर पर इसके लिए ऑर्डर भी ले रहे हैं। जबकि सुरक्षा के मद्देनजर मुख्यालय का यह निर्देश है कि बस के अंदर किसी भी कीमत पर लगेज न रखा जाए। बावजूद इसके अधिकारियों की मिलीभगत से रोज यह खेल चल रहा है।

80 और 100 रुपए है रेट

संडे को पुराना बस स्टेशन पर यूपी 25 एटी 6050 नंबर की बस हल्द्वानी जाने के लिए लगी थी। बस में ड्यूटी कर रहे प्रेम नाम के कंडक्टर ने एक घंटे में ही करीब पांच लगेज बस के अंदर रखवाए। हल्द्वानी में किसी व्यक्ति को एक बुक डिलिवर करने के नाम पर कंडक्टर ने एक लड़की से 100 रुपए लिए। तभी कुछ लोगों ने बड़ी पेटी लाकर बस के अंदर रख दिया। जिनसे कंडक्टर ने 80-80 रुपए लिए। पास में ही खड़े एक अन्य कंडक्टर ने उससे पूछा कि 100 रुपए क्यों नहीं मांगे तो प्रेम ने कहा कि सब सेटिंग है तू नहीं समझेगा। इसी तरह अन्य बसों में रोज खेल चलता है। मालूम हो कि प्रति पैसेंजर 20 केजी तक सामान अपने साथ फ्री में ले जा सकता है। इससे अधिक लगेज होने पर 83 पैसे प्रति क्विंटल प्रति किलोमीटर के हिसाब से चार्ज करने का नियम हैं।

लगेज के साथ कोई नहीं फिर भी

सबसे अजीब बात यह है कि लगेज के साथ कोई व्यक्ति नहीं होने के बाद भी कंडक्टर लगेज को गंतव्य स्थान पर पहुंचाने का ठेका ले रहे हैं। इस दशा में लगेज पहुंचाने का चार्ज बढ़ जाता है। जबकि, सुरक्षा की दृष्टि से इस तरह की व्यवस्था पर मुख्यालय ने साफ तौर पर रोक लगा रखी है। क्योंकि, ऐसा होने पर कोई भी आराजकतत्व विस्फोटक सामाग्री भी बस के माध्यम से भेज सकता है। कंडक्टर लोगों की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहे हैं।

कंपनी की है जिम्मेदारी

जबकि, लगेज की बुकिंग करने की जिम्मेदारी मुख्यालय ने एक प्राइवेट कंपनी को सौंप रखी है। साई श्रद्धा कार्गो प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी को ही लगेज की बुकिंग करनी होती है। यहीं नहीं पैसेंजर्स की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बस के अंदर लगेज को किसी भी कीमत पर नहीं रखने का नियम है। जबकि बसों का हाल कुछ ऐसा होता है कि ड्राइवर्स की केबिन में भी लगेज रख दिया जात है।

बिना बुकिंग और बस के अंदर लगेज रखना गलत है। कोई कंडक्टर इस तरह का काम कर रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

संतोष कुमार वर्मा, एआरएम, बरेली डिपो