-पुलिस की शुरुआती जांच में मामला संदिग्ध

-पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर शुरू की जांच

BAREILLY: इज्जतनगर के आशुतोष सिटी में नगर पालिका की महिला बाबू के घर नकाबपोश 5 बदमाशों ने धावा बोल दिया। लूटपाट के साथ महिला पर चाकू से हमला किया। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। लेकिन पुलिस की शुरुआती जांच में डकैती में कई झोल नजर आ रहे हैं। मामला जमीन विवाद का लग रहा है। महिला अवैध रूप से मकान में रह रही है और जमीन कागजों में पुलिस की सुपुदर्गी में है।

सीढ़ी लगाकर घुसे बदमाश

सुशीला देवी, बेटी दृष्टि के साथ आशुतोष सिटी में रहती हैं। वह नगर पालिका नवाबगंज में बाबू हैं। सुशीला देवी के अनुसार थर्सडे रात करीब 2 बजे पांच बदमाश उनके घर में पीछे के रास्ते सीढ़ी लगाकर घुस आए। बदमाशों ने घर में रखे 12 हजार रुपए व करीब डेढ़ लाख की ज्वेलरी लूट ली। विरोध करने पर बदमाश ने उनपर चाकू से हमला बोल दिया, जिससे उनकी उंगली कट गई। सुशीला ने आरोप लगाया कि पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो वह एडीएम ई के पास पहुंची। एडीएम ई के निर्देश पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।

फील्ड यूनिट को नहीं िमले निशान

पुलिस को शुरुआत में सबकुछ संदिग्ध लगा तो मौके पर फील्ड यूनिट भी बुला ली गई। पुलिस के अनुसार बरसात की वजह से आसपास काफी कीचड़ था, लेकिन किसी भी बदमाश के पैरों के निशान नहीं मिले हैं। फील्ड यूनिट को मौके से कोई भी फिंगर प्रिंट व फुट प्रिंट नहीं मिले हैं। इसके अलावा सीढ़ी लगाने का भी कोई निशान नहीं मिला है। विरोध करने पर चाकू से सिर्फ एक उंगली और साइड से उंगली कटना भी संदिग्ध लग रहा है। सुशीला देवी ने पुलिस के द्वारा मेडिकल न कराकर प्राइवेट मेडिकल कराया। यही नहीं चोट सिर्फ उंगली में लगी लेकिन पट्टी पूरे हाथ में बंधी हुई थी।

कहीं ये असली वजह तो नहीं

पुलिस के अनुसार सुशीला देवी जिस मकान में रह रही हैं उसकी जमीन विवादित है। करीब 5 हजार गज जमीन के असली मालिक रामप्रसाद थे। राम प्रसाद ने श्यामा देवी को जमीन बेच दी थी। श्यामा देवी ने महेंद्र पाल को जमीन की पावर ऑफ अटारनी कर दी, लेकिन राजस्व की चोरी करने पर तत्कालीन एसडीएम रजनीश राय ने जमीन कुर्क कर ली और चेतराम व जयवीर के सुपुर्द में कर दी। 27 मई 2015 को वर्तमान एसडीएम प्रशांत कुमार ने दोनों से जमीन वापस लेकर पुलिस के सुपुर्द कर दी। वहीं इस जमीन को श्यामा देवी ने शाहजहांपुर के डीएफओ भीमसेन को बैनामा कर दी थी। एसडीएम ने जब जमीन कुर्क की थी तो बाकी सभी से कब्जा ले लिया गया था। लेकिन सुशीला देवी ने मकान खाली नहीं किया था। इसी जमीन के विवाद के चलते डकैती की कहानी रची गई है।

महिला की तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। मामला संदिग्ध लग रहा है। मामले की जांच की जाएगी।

राजीव मल्होत्रा, एसपी सिटी बरेली