रेलवे पुल से लटककर दी जान

सुसाइड करने वाले संजीव गुप्ता आंवला में रहते थे। फैमिली में पत्नी राजकुमारी व चार बच्चे हैं। संजीव की आंवला में ही राधारानी ज्वैलर्स के नाम से शॉप है। संजीव के साले राजेंद्र ने बताया कि संजीव ने कमेटी के लिए पैसे डाले थे। किन्हीं कारणों से वे कमेटी के पूरे पैसे न नहीं दे सके। सनी और मनी नाम के शख्स ने उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया। कुछ दिन पहले ही दोनों ने घर जाकर पत्नी बच्चों व उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। सैटरडे सुबह फोन पर सूचना मिली कि संजीव ने रेलवे फुट ओवर ब्रिज से लटककर सुसाइड कर लिया है उसके बाद परिवार के लोग मौके पर पहुंचे।

कई घंटे तक रहा सीमा विवाद

संजीव सुबह सिटी रेलवे स्टेशन के पास मढ़ीनाथ में रेलवे के पुल से नीचे लटका हुआ मिला। लोगों ने देखा तो मामले की सूचना पुलिस को दी। जीआरपी, कोतवाली व सुभाषनगर पुलिस पहुंची। जीआरपी का तर्क था कि एरिया उसका नहीं है। कोतवाली ने अपना एरिया होने से मना कर दिया। वहीं सुभाषनगर पुलिस भी अड़ गई। बाद में मीडिया की मौजूदगी में सुभाषनगर एसओ ने डेडबॉडी उतारा गया।

रात से phone था switch off

संजीव के साले राजेंद्र ने बताया कि 25 मई को संजीव किला में रहने वाली अपनी बहन बबली के पास आए थे। 29 मई को पीलीभीत से वापस आने के बाद रात में ही बिना बताए मथुरा के लिए निकल गए। फ्राइडे को दोपहर में फोन पर बात हुई। उसने रात तक वापस आने की बात कही लेकिन वह घर नहीं पहुंचा। रात में फोन भी स्विच ऑफ जा रहा था। सुबह जब फोन पुलिस ने बैट्री डालकर ओपन किया तो पता चला कि संजीव ने सुसाइड किया है।