- समाजवादी पेंशनर्स को 15 अगस्त से पहले भेजा जाना है सीएम का संदेश

- एक लाख संदेश पहुंचाने में नाकाम समाज कल्याण विभाग ने मांगी थी मदद

BAREILLY:

आखिरकार सीएम का संदेश पेंशनर्स तक पहुंचने की बजाय ड्रॉप बॉक्स में जाना तय है। तमाम विभागों ने समाज कल्याण विभाग का 'डाकिया' बनने से इनकार कर दिया। जिससे सीएम का संदेश विभाग में ही पड़ा हुआ है। जबकि राज्य सरकार ने 26 जुलाई को 15 अगस्त से पहले संदेशों को समाजवादी पेंशनर्स के घर पहुंचाने के स्पष्ट निर्देश दिए थे। विभाग ने सार्वजनिक तौर पर डीएम से असमर्थता जताई थी। डीएम ने अन्य विभागों को संदेश पहुंचाने में मदद के निर्देश दिए। जिस पर विभागों ने सहमति जताई लेकिन मदद नहीं की। अब संदेशों के बंडल 'ड्रॉप बॉक्स' में पहुंचाने की संभावना है।

संदेश से चुनाव की तैयारी

आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राज्य सरकार ने योजनाओं का गुणगान कर वोट बटोरने की योजना बनाई थी। प्रदेश सरकार की समाजवादी योजना का लाभ सर्वाधिक लाभार्थी ले रहे हैं। इसमें 55 लाख प्रदेश स्तर पर और जिले में 90 हजार लाभार्थी हैं। जिनके जरिए सरकार वोट को साधना चाह रही है। हालांकि, संदेश में वोट देने का जिक्र नहीं है लेकिन साफ लिखा है कि 'जिस योजना को चलाया जा रहा है उसका लाभ आप लोगों को अवश्य मिल रहा होगा। आधी आबादी की खुशहाली और सुख सुविधा के बिना प्रगति के दावे बेमानी हैं। नारियों की सुविधा हमारी प्राथमिकता है.'

संदेश पहुंचाने में विभाग सहयोग नहीं कर रहे। कुछ विभागों ने सहमति जताई लेकिन साथ नहीं दिया। जिससे हजारों संदेश भेजे नहीं जा सके हैं।

आरसी गुप्ता, जिला समाज कल्याण अधिकारी