15 दिन पहले ही हुई थी शादी

एक्सीडेंट सुबह 8 बजे नैनीताल रोड पर मिनी बाईपास पर हुआ। 28 साल का दिलशेर अली खां उर्फ बंटी बाइक से सीबीगंज जा रहा था। इसी दौरान हाई स्पीड ट्रक ने उसे पीछे से टक्कर मार दी। परिजनों ने उसे ट्रीटमेंट के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया। दोपहर करीब डेढ़ बजे उसने दम तोड़ दिया। दिलशेर कैंट पुलिस स्टेशन एरिया के ठिरिया निजामत खां में फैमिली के साथ रहता था। उसके पिता का नाम इरशाद अली खां है। दिलशेर नरियावल में ऑटो स्पेयर पाट्र्स की शॉप चलाता था। 15 दिन पहले ही जकिया खां से उसका निकाह हुआ था। दिलशेर के भांजे मो। मुमताज खां ने बताया कि दिलशेर की मौत से दो परिवारों में मातम छा गया है। उन्हें अभी भी उसकी मौत का यकीन नहीं हो रहा।

मातम में बदला शादी का माहौल

दूसरे एक्सीडेंट के बाद शादी के एक घर में मातम पसर गया। बड़े भाई की शादी से 9 दिन पहले रोड एक्सीडेंट में छोटे भाई की डेथ हो गई। 30 साल का राजीव बहुगुणा सद्भावना कॉलोनी में रहता था। 11 अप्रैल को बड़े भाई की शादी के सामान की खरीदारी के लिए सुबह करीब साढ़े 11 बजे एटीएम से पैसे निकालने जा रहा था। लाल फाटक पर उसकी बाइक दूसरी बाइक से टकरा गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। फैमिली ने उसे ट्रीटमेंट के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट करवाया। फिर दूसरे हॉस्पिटल में एडमिट करवाया, जहां उसकी थर्सडे रात डेथ हो गई। पुलिस ने डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। राजीव आंवला के बड़े गांव में प्राइमरी हेल्थ सेंटर में लैब टैक्नीशियन के पद पर कार्यरत था। 22 अप्रैल को उसके भाई की शादी होनी थी। उसके पिता का नाम दामोदर बहुगुणा है।

टै्क्टर-ट्रॉली ने मारी टक्कर

थर्सडे रात हुए एक और एक्सीडेंट में बाइक सवार की मौत हो गई। यह हादसा हाफिजगंज थाना क्षेत्र में हुआ। 38 साल का पंचम लाल मरुकुला का रहने वाला था। वह थर्सडे शाम साढ़े सात बजे अपनी पत्नी सोमवती और 2 साल की बेटी लाली की दवाई लेने बाइक से नवाबगंज जा रहा था। बाईपास पर उसे लकड़ी ले जा रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली ने पीछे से टक्कर मार दी। पुलिस ने एंबुलेंस से सभी को ट्रीटमेंट के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल भेजा, जहां डॉक्टरों ने पंचम को डेड घोषित कर दिया। वहीं इस हादसे में सोमवती और लाली को भी घायल हो गईं। पंचम खेती करता था। लाली के अलावा भी उसका एक बेटा संतोष और बेटी नीलम है।

ट्रैफिक पुलिस पर सवाल

हर रोज रोड एक्सीडेंट होते हैं। ज्यादातर एक्सीडेंट्स हाई स्पीड की वजह से होते हैं। यह बात ट्रैफिक मैनेजमेंट और पुलिसिया कार्रवाई पर भी सवालिया निशान खड़े करती है। रोड एक्सीडेंट का मेन रीजन हाई स्पीड व्हीकलस पर पुलिस का नरम रवैया है। कई जगह रोड पर नियमों की अनदेखी करते हुए डिवाइडर के बीच टर्न के लिए जगह दी गई है। रूल्स का वॉयलेशन आम बात है।

बीते 15 दिनों में हुए रोड एक्सीडेंट

13 अप्रैल-   तीन अलग-अलग रोड एक्सीडेंट में तीन की मौत।

8 अप्रैल-     फरीदपुर में हाई स्पीड टैम्पो पलटने से मां की डेथ, बेटा इंजर्ड।

7 अप्रैल-     रुहेलखंड यूनिवर्सिटी पुलिस चौकी के सामने हाई स्पीड ट्रक की टक्कर से बाइक सवार की मौत।

2 अप्रैल-     सरादारपुर में हाई स्पीड ट्रक की ट्रक से टक्कर से 8 लोग इंजर्ड।

30 मार्च-     नावेल्टी चौराहे के पास टैम्पो की टक्कर से बाइक सवार इंजर्ड।

30 मार्च-     पुलिस लाइन के सामने ओवरटेक के चलते हाई स्पीड ट्रक ने बाइक सवार को टक्कर मारी।

29 मार्च-     किला के पास हाई स्पीड टैम्पो की टक्कर से थर्ड क्लास के स्टूडेंट की डेथ।