- शहर से 110 कांवडि़यों का जत्था हुआ रवाना, 80 जत्थों की हुई वापसी

- मंदिर ट्रस्ट ने बढ़ाई वालंटियर्स और पुजारियों की संख्या, भोर से शुभारंभ

BAREILLY:

सावन के आखिरी सोमवार पर हजारों कांवडि़यों का हुजूम नाथ नगरी में जलाभिषेक करेगा। बड़ी तादाद में दर्शनाभिषेक, जलाभिषेक और रुद्राभिषेक के लिए कांवडि़यों और श्रद्धालुओं के मद्देनजर मंदिर प्रशासन ने पुजारियों की संख्या में बढ़ोत्तरी की है। साथ ही, सातों नाथों के मंदिर प्रशासन ने भी वालंटियर्स की संख्या बढ़ाई है। जिन्हें भीड़ में खुराफातियों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। आखिरी सोमवार के मौके पर धोपेश्वरनाथ, त्रिवटीनाथ, अलखनाथ और मढ़ीनाथ में 21, तपेश्वरनाथ में 11 लोगों का सामूहिक रुद्राभिषेक होगा।

चेले भी बनेंगे पुजारी

मंदिर प्रशासन के मुताबिक प्रत्येक मंदिर में करीब 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। ऐसे में भारी भीड़ को दर्शनाभिषेक के लिए पुजारियों की संख्या बढ़ानी पड़ी है। पहले तीन सोमवारों पर प्रत्येक मंदिरों में 11 से 21 पुजारी लगाए गए थे। चौथे और आखिरी सोमवार पर प्रत्येक मंदिर में 5 से 11 पुजारियों की संख्या बढ़ानी पड़ी है। ऐसे में मुख्य पुजारियों के चेलों को शामिल किया गया है। ताकि श्रद्धालुओं और कांवडि़यों को दर्शनाभिषेक में कोई प्रॉब्लम न हो। इसके अलावा वालंटियर्स भी प्रत्येक मंदिर में करीब 10 से 15 वालंटियर्स मौजूद थे। वहीं, अब इनकी संख्या दोगुनी कर दी गई है। जिसकी सूचना संबंधित थाना में दे दी गई है।

15 हजार कांवडि़ए हुए रवाना

शहर के विभिन्न इलाकों से संडे को करीब 110 कांवडि़यों का जत्था कछला गंगाजली लेने को रवाना हुआ। वहीं, करीब 80 जत्थों की हरिद्वार, गढ़मुक्तेश्वर और कछला से गंगाजल लेकर नाथ नगरी पहुंचे हैं। जिसके चलते संडे को दिन भर सड़कों पर कांवडि़यों का केसरिया सैलाब उमड़ता रहा। शाहदाना, कटरा चांद खां, मॉडल टाउन, राजेंद्रनगर, सुभाष नगर, पुराना शहर, पीलीभीत बाईपास, कैंट, किला समेत अन्य सभी इलाकों से कांवडि़यों का विशाल जुलूस रवाना हुआ। वापसी करने वालें कांवडि़यों का रामगंगा रोड पर श्री नाथ नगरी सेवा समिति के लगाए गए सेवा कैंप में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। कांवडि़यों को जलपान और पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।