जुलाई में एडमिशन कराने वाले अभिभावकों को जमा करनी होगी सिक्स मंथ की फीस

लेट एडमिशन के नाम पर एक्स्ट्रा फीस लेने वाले स्कूलों पर डीआईओएस लगाएंगे लगाम

BAREILLY:

एक जुलाई पेरेंट्स के लिए अच्छी खबर नहीं ला रहा है। दरअसल इस दिन सेशन रिज्यूम हो रहा है। सेशन शुरू होते ही पेरेंट्स को टेंशन में डाल देगा। हम ऐसा इसलिए कह रहे कि, जिन भी पेरेंट्स ने अपने बच्चों का एडमिशन अप्रैल में नहीं कराया था। उन्हें अब एक साथ सिक्स मंथ की फीस जमा करनी होगी। ऊपर से एडमिशन फीस भी देनी ही है। तो ऐसे में पेरेंट्स की पॉकेट पर बोझ बढ़ना तय है।

3 महीनें की एक्स्ट्रा फीस

पहली बार एक अप्रैल से सेशन शुरू हुआ, लेकिन जागरुकता की कमी के कारण हर स्कूल में करीब 70 फीसदी सीट्स खाली रह गई। जिन पर एक जुलाई से एडमिशन होंगे। ऐसे में छात्रों के अभिभावकों की जेब पर 3 महीने की फीस का एक्स्ट्रा भार पड़ेगा। क्योंकि भले अभिभावक अपने बच्चे का जुलाई में एडमिशन नहीं कराया हो लेकिन सेशन एक अप्रैल से शुरू हो चुका है। इसके चलते अप्रैल से लेकर जून महीने तक की फीस भी जमा करनी पड़ेगी। इस तरह जुलाई में एडमिशन कराने वाले अभिभावकों पर एडमिशन फीस के साथ पिछले तीन महीने और अगले तीन महीने की फीस का बोझ एक साथ पड़ेगा।

दी चेतावनी, लेट फीस न लें

नया एजुकेशन सेशन एक अप्रैल से शुरू हो चुका है, लेकिन माध्यमिक शिक्षा विभाग ने अभी तक फीस निर्धारण पर कोई निर्देश जारी नहीं किया है। ऐसे में पेरेंट्स को यह डर है कि कहीं प्राइवेट स्कूल जुलाई में एडमिशन लेते वक्त लेट फीस न वसूले और जानकार भी इस संभावना से इनकार नहीं कर रहे हैं। इसपर डीआईओएस स्तर से भी स्पष्ट किया गया है, कि बोर्ड के नियमों में छात्रों से लेट एडमिशन के नाम पर एक्स्ट्रा फीस लेने का कोई प्रावधान नहीं है। डीआईओएस गजेंद्र कुमार ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि वे नियमों के विरुद्ध जाकर कोई फीस न वसूलें।

बढ़ी फीस की अगली तिमाही

सीबीएसई व आईसीएसई स्कूलों का सेशन भी एक जुलाई से रिज्यूम हो रहा है। स्कूल खुलने के साथ ही अभिभावकों को अगली तिमाही की फीस भरनी पड़ेगी। इंग्लिश मीडियम स्कूलों ने अप्रैल में सेशन शुरू होते ही फीस में बड़े पैमाने पर इजाफा किया था। इन स्कूलों में पढ़ाई, यूनिफार्म, ट्रांसपोर्टेशन, स्टेशनरी, स्पो‌र्ट्स व अन्य सुविधाओं के नाम पर करीब 30 फीसदी बढ़ा दी है। अभिभावक अप्रैल से जून तक की फीस जमा कर चुके हैं, अब इन्हें जुलाई में स्कूल खुलने पर अगली तिमाही की फीस भरनी होगी।

पहली बार सेशन अप्रैल में शुरू होने के चलते कम एडमिशन हुए हैं। जुलाई में बचे छात्रों को एडमिशन की सुविधा दी जा रही है। यदि कोई स्कूल अगर लेट फीस लेता है तो कार्रवाई की जाएगी।

- गजेंद्र कुमार, डीआईओएस