- पुलिस के आलाधिकारियों ने की परिजनों से पूछताछ, ऑफिस में की छानबीन

- लचर सुरक्षा व्यवस्था की वजह से अन्य निवासी भी हैं भयभीत

BAREILLY:

आईवीआरआई में साइंटिस्ट दीपक शर्मा की हत्या की जांच में जुटी पुलिस की तफ्तीश घर और उनके ऑफिस के इर्द-गिर्द ही आकर टिक जा रही है। फ्राइडे को पुलिस ने नौकरानी से पूछताछ की तो वह सवालों में उलझती नजर आई। वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने आईवीआरआई में दो सीनियर साइंटिस्ट को जांच पूरी होने तक उन्हें रिलीव न करने के लिए विभाग से कहा है। ये दो साइंटिस्ट का फ्राइडे को रिटायरमेंट था। 48 घंटे में हत्याकांड का कारण तलाश करने में जुटी पुलिस को अभी कोई खास सफलता हाथ नहीं आई है। वहीं हत्याकांड के बाद आईवीआरआई कैंपस में एंट्री में दो सीसीटीवी कैमरा लगा दिए गए हैं।

वजह ही नहीं मिल पा रही

आईवीआरआई में साइंटिस्ट दीपक शर्मा हत्याकांड पुलिस के लिए टेढ़ी खीर बन गया है। पूरी ताकत झोंक देने के बाद भी इस मामले में पुलिस अफसर चुप्पी साधे हुए हैं। हत्यारों को पकड़ना तो दूर की बात रही पुलिस अधिकारी अभी घटना की वजह ही नहीं जान पा रहे हैं। चूंकि, वारदात के सीन से किसी परिचित के होने के कयास लगाए जा रहे हैं। ऐसे में पुलिस की निगाह परिचितों पर भी टिकी हुई है, लेकिन किसी परिचित पर हाथ रखने से पहले वह सुबूतों को पुख्ता कर लेना चाहती है। इसके अलावा पुलिस की निगाह प्रॉपर्टी, विभागीय विवाद व दूसरे बिंदुओं पर भी है। फ्राइडे नाइट नौकरानी से पूछताछ के दौरान बयानों में विरोधाभास सामने आने के बाद नौकरानी भी रडार में आ गई है। बता दें कि वेडनसडे की रात साइंटिस्ट दीपक शर्मा की घर में मिलने के पहुंचे उनकी जान पहचान के लोगों ने हत्या कर दी थी। वारदात के समय उनकी मां व नौकरानी थी, लेकिन वह उन लोगों को पहचान नहीं पाई थी।

नहीं हो सकी पहचान

मामले की छानबीन में जुटी पुलिस ने थाना इज्जतनगर की ओर से देर रात आईवीआरआई के पास चक्कर काट रहे दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। फ्राइडे सुबह उन्हें मृतक डॉ। दीपक शर्मा की मां सुशीला से शिनाख्त करवाई गई, लेकिन मां ने उन्हें पहचानने से इनकार कर दिया। गौरतलब है कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने गेट के इर्द-गिर्द घूम रहे दो लोगों को उठाया था।

दफ्तर में की छानबीन

फ्राइडे को एसपी सिटी समीर सौरभ सीओ सिटी समेत दोबारा परिजनों से पूछताछ करने के लिए डॉ। दीपक के घर पहुंचे। काफी देर मां सुशीला और बेटे हिमांशु से बातचीत करने के बाद कोई खास डिटेल नहीं मिल सकी। जिसके बाद उन्होंने डॉ। दीपक के एनिमल जेनेटिक डिपार्टमेंट पहुंचकर फाइलों एवं अन्य विभागीय लोगों से मिलकर हत्या के पीछे की वजहों का जानने का प्रयास किया, लेकिन वहां भी उन्हें कोई खास सुराग हाथ नहीं लग सका। हालांकि टेलीफोन डायरी व रफ पेपर्स को अपने साथ लेकर गए। वहीं, विभाग में आने वाली कॉल्स व डॉ। के बिहैवियर के बारे में भी जानकारी ली।

बिना कॉल किए पहुंचे हत्यारे

सर्विलांस के जरिए कॉल डिटेल खंगाल रही टीम को मोबाइल से सुबूत मिलने की कम ही आशंका है, क्योंकि टीम के मुताबिक हत्यारे बिना कॉल किए ही डॉ। दीपक शर्मा से मिलने उनके घर पहुंचे थे। क्योंकि मां के बताए गए डिटेल के अनुसार हत्यारों ने दरवाजा खोलने के बाद उनसे डॉ। के घर पर होने के बारे में पूछा था। वहीं, सर्विलांस को अंदेशा है कि आमतौर पर कॉल करने के बाद घर पर पहुंचने वाले लोग सीधे मुलाकात करने के लिए कहते हैं न कि डिटेल हासिल करते हैं। ऐसे में कॉल के माध्यम से हत्यारों की तलाश मुश्किल लग रही है।

सुरक्षा पर सवालिया निशान

विश्व स्तरीय शोध संस्थान में हत्या की घटना होने से आईवीआरआई कै म्पस के निवासियों को भी अनहोनी हादसे का डर सता रहा है। उनके मुताबिक आईवीआरआई का सुरक्षा घेरा तोड़ना किसी के लिए भी मुश्किल नहीं है। कैम्पस में चार गेट हैं चारों गेट पर प्राइवेट होमगार्ड एवं सिक्योरिटी गार्ड लगाए गए हैं, जो किसी भी आगन्तुक की कोई डिटेल नोट नहीं करते और न ही उनकी तलाशी ही लेते हैं। ऐसे में आईवीआरआई किसी के लिए भी सेफ नहीं रह गया है। विभिन्न विभागों में लगे सीसीटीवी कैमरों में भी ज्यादातर खराब पड़े हुए हैं। इसके अलावा कैम्पस में कांफिडेशियल रिसर्चेज किए जाते हैं। जिन लैब में रिसर्च किए जाते हैं, उनकी सुरक्षा भी भगवान भरोसे ही है।

घर में पसरा सन्नाटा

36 घंटे गुजरने के बाद डॉ। दीपक शर्मा का परिवार सकते में है। पुलिस की ओर से रिश्तेदार एवं सहयोगियों की मिलीभगत होने की आशंका के वजह से डॉ। दीपक के सहयोगी और रिश्तेदार भी फ्र ाइडे को कम ही दिखे। गौरतलब है कि वेडनसडे देर रात डॉ। दीपक शर्मा की हत्या के बाद सीआरआई के मित्र समेत भारी संख्या में आईवीआरआई के अन्य सहयोगी घर पर पहुंचे थे। वहीं, थर्सडे को अंत्येष्टि के दौरान भी काफी तादाद में लोग मौजूद रहे। जबकि फ्राइडे को पुलिस एवं परिजनों की ओर से किसी परिजन का घटना में शामिल होने की आशंका के बाद से लोग घर पर आवाजाही से कतरा रहे हैं।

बाक्स----

नौकरानी भी अब रडार पर

फ्राइडे देर शाम पुलिस को नौकरानी की निशानदेही पर वह वायर मिल गया जिसको हत्यारों ने नौकरानी के हाथ में बांधा था। जांच में यह बात सामने आई कि वायर हाथ में बांधने के निशान नहीं थे। वहीं नौकरानी ने यह भी कहा कि बाद में हत्यारों ने उसको व डॉ शर्मा की मां को बाथरूम में बंद कर दिया। डर के मारे नौकरानी ने अंदर से कुंडी बंद कर ली थी। वहीं पुलिस का कहना है कि हाथ बंधे होने के बाद कुंडी लगाना काफी मुश्किल है। वहीं डॉक्टर शर्मा की मां काफी एजेड हैं, ऐसे में उनको ज्यादा दिखता नहीं है। फिलहाल, वह पुलिस की रडार पर आ गई है।

दो साइंटिस्ट का रिटायरमेंट को रोका, लगे सीसीटीवी

31 जुलाई को आईवीआरआई से दो सीनियर साइंटिस्ट का रिटायरमेंट सेरेमनी मनाई जा रही थी, लेकिन तभी पुलिस ने आदेश दिया है कि दोनों साइंटिस्ट जांच पूरी होने तक ऑफिस आए। पुलिस का शक विभाग की तरफ भी टिका हुआ है।