- बंदर दिखाने के बहाने पड़ोसी बुजुर्ग ने की थी घटना

- मुख्यमंत्री के महिला शक्ति पखवाड़ा में एफटीसी कोर्ट की यह दूसरी सजा

बरेली : मुख्यमंत्री के महिला शक्ति पखवाड़ा में एफटीसी कोर्ट ने शनिवार को दूसरी सजा सुनाई है। कोर्ट ने तीन साल की बच्ची से दुष्कर्म के प्रयास पर 75 साल का अशफाक को सात साल की सजा सुनाई है। अशफाक ने 10 साल पूर्व पड़ोस की बच्ची के साथ दुष्कर्म की कोशिश की थी। वारदात वर्ष 2010 की है.

बंदर दिखाने के बहाने ले गया

भमोरा थाना क्षेत्र के रहने वाले अशफाक उर्फ अल्ला रक्खे की परचून की दुकान थी। पड़ोस की तीन साल की बच्ची सामान खरीदने दुकान पर आती थी। कई बार परिजनों ने बच्ची को दुलारने से दुकानदार को मना किया था। इसके कुछ दिन बाद ही 65 वर्षीय अशफाक एक दिन बंदर दिखाने के बहाने बच्ची को छत पर ले गया। वहां बच्ची से दुष्कर्म की कोशिश की। वादी जब शिकायत लेकर पहुंचा तो गाली गलौज सुनने को मिली। अभियोजन पक्ष से सरकारी वकील सुरेश बाबू साहू ने अदालत में 11 गवाह पेश किए। स्पेशल जज एफटीसी अर¨वद कुमार शुक्ला ने 75 वर्षीय दोषी को सात साल कठोर कारावास की सजा सुनाई है। दोषी को 20 हजार रुपये जुर्माना भी अदा करना होगा। स्पेशल कोर्ट ने आदेश में उल्लेख किया सुख-दुख में नाते-रिश्तेदार, भाई-बंधु से पहले पड़ोसी काम आता है। पड़ोस के रिश्ते को दोषी ने तार-तार करके रख दिया। आरोपित की इस हरकत से पूरा समाज स्तब्ध होगा। वारदात अत्यंत शर्मनाक है। मुख्यमंत्री के महिला शक्ति पखवाड़ा में एफटीसी कोर्ट की यह दूसरी सजा है। अभियोजन पक्ष से मुकदमे की मॉनिट¨रग डीजीसी क्राइम सुनीति कुमार पाठक ने की।