-17 जनवरी को शपथ ग्रहण के बाद पुलिस ने गिरफ्तार करके भेजा था जेल

- दो अन्य मामलों में मिल चुकी है जमानत, देशद्रोह मामले में हाईकोर्ट से अरेस्टिंग स्टे

BAREILLY :

नवाबगंज नगर पालिका परिषद की चेयरमैन शहला ताहिर को 26 दिनों बाद ट्यूजडे को जेल से रिहाई मिलेगी। उनकी रिहाई का परवाना मंडे शाम जेल पहुंच गया है। ट्यूजडे शाम तक उन्हें जेल से रिहा किया जाएगा।

17 जनवरी को हुई थी गिरफ्तारी

नगर पालिका परिषद के चुनाव के दौरान कस्बे में बवाल हुआ था। पो¨लग बूथ पर हुए पथराव में भाजपा जिलाध्यक्ष रवीन्द्र सिंह राठौर का समर्थक विजय राठौर घायल हो गया था। इस मामले में विजय राठौर की ओर से चेयरमैन शहला ताहिर व अन्य के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज कराया गया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद वह मतगणना में भी नहीं पहुंची थी। इस मुकदमें में हाईकोर्ट से गिरफ्तारी पर स्टे लेने के बाद वे कस्बे में आई, तो कस्बे में निकाले गए विजय जुलूस में देश विरोधी नारों का वीडियो वायरल होने के बाद उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसी बीच सात साल पूर्व कस्बे में हुए माया हॉस्पिटल कांड में कोर्ट ने उनके खिलाफ वारंट जारी कर दिया था। हाईकोर्ट के आदेश पर 17 जनवरी को प्रशासन ने उन्हें बरेली में शपथ ग्रहण करायी थी। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें माया हॉस्पिटल प्रकरण में जारी हुए वारंट में उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके साथ ही पीलीभीत में उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे में भी पीलीभीत कोर्ट ने उनका वारंट जारी कर दिया था। वही डेढ़ दशक पूर्व हुए नगरपालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी की ओर से उनके खिलाफ दर्ज हुए अभिलेख गबन के मामले में भी नवाबगंज मुंसिफ कोर्ट ने उन्हें तलब कर लिया था। इन सभी मामलों में उनकी कोर्ट से जमानत हो चुकी है। जबकि देशद्रोह के मुकदमें में हाईकोर्ट से उन्हें गिरफ्तारी पर स्टे मिल गया है।

चेयरमैन शहला ताहिर को धोखाधड़ी मामले में दो दिन पहले ही जमानत मिल गई। मंडे को उनकी जेल से रिहाई की उम्मीद थी, लेकिन रिहाई का परवाना मंडे शाम तक जेल पहुंचा। इसके चलते मंडे को उनकी रिहाई नहीं हो सकी। अब ट्यूजडे को उनकी जेल से रिहाई होगी।