रिक्शे टूटे तो नगर निगम में 3 वाहन व नाला सफाई के लिए छोटी चेन मशीन की खरीद

BAREILLY:

शहर की सफाई व्यवस्था के हालात और नगर निगम की वर्किंग का भी अजीबो गरीब तालमेल है। ड्रीम प्रोजेक्ट डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के शुरुआती फेज में ही मुंह की खाने वाले नगर निगम की व्यवस्था पर जहां एक ओर कूड़ा दाग बना है। वहीं दूसरी ओर निगम के जिम्मेदार नई मशीनों की खरीद कर अपनी ही नाकाम सफाई व्यवस्था को सवालों में खड़े कर रहे। नगर निगम ने शहर की सफाई व्यवस्था सुधारने के नाम पर करीब 20 लाख की लागत से 3 कूड़ा उठाने वाले वाहन और नाला सफाई के लिए एक छोटी चेन मशीन खरीदी है। जिससे जिम्मेदार सफाई व्यवस्था सुधारने का दम भर रहे। मंडे को मेयर व नगर आयुक्त ने इन नए वाहनों व मशीनों का उद्घाटन ि1कया है।

ठप पड़ा सफाई इंस्पेक्शन

शहर की सफाई व्यवस्था की असलियत परखने को नगर आयुक्त शीलधर सिंह यादव के दिए निर्देशों को अधिकारियों ने तीन दिन में ही अंगूठा दिखाना शुरू कर दिया है। बोर्ड बैठक में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन मुहिम को फेल होने की ओर जाता करार देकर मेयर डॉ। आईएस तोमर ने पहले ही नगर आयुक्त के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी। इसके बाद अधिकारियों के इंस्पेक्शन में जगह जगह कूड़ा, गंदगी, सफाईकर्मियों का ड्यूटी पर न रहना और तो और सफाई नायक के नगर स्वास्थ्य अधिकारी को धमकी देने जैसे मामले सामने आ गए।

तो नाकामी में खरीदे वाहन

शहर की सफाई में ऐसी अव्यवस्था मिलने पर इसे सुधारने की बजाय निगम के जिम्मेदार नए वाहनों की खरीद को हरी झंडी दिखाने में जुटे हैं। इन नए वाहनों की खरीद में भी डोर टू डोर मुहिम की नाकामी की झलक दिख रही। दरअसल मुहिम के तहत कूड़ा उठाने के लिए खरीदे गए रिक्शा कुछ ही दिनों में टूटने लगे। इस पर पार्षदों और एजेंसी के लोगों ने ही सवालिया निशान खड़े कर दिए थे। ऐसे में जिम्मेदारों ने अपनी और इस मुहिम की साख बचाने को कूड़ा उठाने वाले वाहन खरीद अपनी पीठ थपथपा ली।