-होटल से बाहर घटना दिखाने के मामले में चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर, एसएचओ, आईओ व अन्य पर एसपी सिटी की जांच के बाद होगी कार्रवाई

-शराब के खेल और हवालात में सिगरेट पीने के मामलों की जांच सर्किल के सीओ को सौंपी

BAREILLY: बरेली पुलिस के खेल पर कप्तान का एक्शन शुरू हो गया है। स्टेशन रोड स्थित होटल ऑकेजन में सेक्स रैकेट के मामले में होटल मालिक को बचाने की कोशिश पुलिसकर्मियों पर भारी पड़ गई है। ट्यूजडे एसएसपी ने चौकी इंचार्ज गिरीश चंद्र जोशी को लाइन हाजिर कर दिया है। एसएचओ, आईओ व अन्य के खिलाफ भी एसपी सिटी की जांच रिपोर्ट के बाद एक्शन हो सकता है। वहीं सीबीगंज थाना की हवालात में खनन माफिया को सिगरेट पिलाने की जांच सीओ सेकेंड और इज्जतनगर थाना में आबकारी विभाग द्वारा पकड़ी गई शराब की 100 बोतलें गायब कर देने और नीली बत्ती वालों को बचाने के लिए धाराओं के खेल की जांच एएसपी आकाश तोमर को सौंप दी है। इस मामले में भी जांच के बाद कार्रवाई होना तय माना जा रहा है।

होटल के बाहर दिखाई थी वारदात

बता दें कि सैटरडे को ऑकेजन होटल में सेक्स रैकेट के मामले में पुलिस ने एक युवती व एक युवक को पकड़ा था। तीन साथी फरार हो गए थे। होटल में शराब की बोतल व आपत्तिजनक सामान भी मिला था। पुलिस ने इस मामले में होटल मालिक को बचाने के लिए होटल के सामने युवक-युवती द्वारा अश्लील हरकतें करने की एफआईआर दर्ज कर दी। जब अधिकारियों के संज्ञान में मामला आया तो फिर छेड़छाड़ और तोड़फोड़ की धाराएं बढ़ा दीं। एसएसपी ने इस मामले में एसपी सिटी को जांच सौंपी थी। एसएसपी का कहना है कि इस केस में चौकी इंचार्ज वादी हैं। ऐसे में सबसे पहली गलती उन्हीं की है। इसलिए उन्हें लाइन हाजिर किया गया है। बांकी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

एसएसपी ने एसएचओ को किया गेट आउट

एसएसपी ने एसएचओ इज्जतनगर अशोक कुमार को ट्यूजडे उस वक्त ऑफिस से गेट आउट कर दिया। दरअसल एसएसपी ने एसएचओ को शराब के खेल मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था। एसएचओ बिना पूछे ऑफिस के अंदर पहुंच गए। इस पर एसएसपी ने नाराजगी जाहिर कर उन्हें आउट कर दिया। एसएसपी ने कुछ देर बाद एसएचओ को बुलाकर कागज लिया। यही नहीं उन्हें ऑफिस स्टाफ को साफ कहा कि कोई भी बिना पूछे एंट्री न कर सके। एसएसपी ने इस मामले की जांच एएसपी आकाश तोमर को दी है।

सिगरेट का धुंआ उड़ाने वाले की भी जांच

एसएसपी ने सीबीगंज थाना के अंदर खनन माफिया कृष्णपाल को सिगरेट पिलाने के मामले की जांच सीओ सेकेंड स्नेहलता को सौंप दी है। इस मामले में एसएचओ, थाना स्टाफ व एसआई पर कार्रवाई हो सकती है। पुलिस ने इस मामले में पहले खनन माफिया को गिरफ्तार करने में देरी की थी।