- योजना के दो महीने बाद भी एक भी साइकिल नहीं आ सकी

BAREILLY: जिस साइकिल सत्ताधारी वाली सरकार की पूरे प्रदेश में दबदबा है। वही साइकिल परिवहन निगम में चलने से पहले ही पंचर हो गई है। सीएम अखिलेश यादव की मंशा पर प्रदेश के सभी बस स्टेशनों पर लोगों को साइकिल की निशुल्क सुविधा मिलनी थी। ताकि, रूरल एरियाज से आने वाली पब्लिक को कंवेंस के लिए साइकिल जैसी आसान सवारी मिल सके। परिवहन निगम हेडक्वॉर्टर ने बरेली के अधिकारियों को भी साइकिल का अरेंजमेंट करने को कहा था। लेकिन, आलम यह है कि योजना को शुरू हुए दो माह से अधिक बीत चुके हैं, लेकिन परिवहन निगम का क्षेत्रीय कार्यालय एक भी साइकिल का इंतजाम नहीं कर सका।

दो महीने में एक भी साइकिल नहीं

दो मंथ पहले योजना से रिलेटेड एक निर्देश अधिकारियों को प्राप्त हुए थे। दस साइकिल के साथ इस योजना की शुरुआत करनी थी। दो मंथ बीत जाने के बावजूद निगम के बेड़े में एक भी साइकिल नहीं आ सकी है। निगम को साइकिल की व्यवस्था सामाजिक संस्थाओं, क्लब, साइकिल स्टोर ओनर के जरिए मैनेज करनी थी, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के चलते योजना शुरू होने से पहले की दम तोड़ चुकी है।

इन पैसेंजर्स के लिए

यह सुविधा उन पैसेंजर्स को ध्यान में रखकर शुरू की गयी थी जो कि, दूर-दराज एरियाज से शहर आते हैं। ताकि, दिन भर साइकिल से अपना काम निपटाने के बाद शाम को अपने घर लौट सके। साइकिल पाने के बदलते पैसेंजर्स को बस का टिकट और आईडी दिखानी पड़ती।

अभी साइकिल की व्यवस्था नहीं हो पायी है। कुछ लोगों से साइकिल मुहैया कराने के लिए बात हुई है। जल्द ही लोगों को सर्विस मिलनी शुरू हो जाएगी।

राज नारायण वर्मा, एसएम, परिवहन निगम