-एप्लाइड फिजिक्स डिपार्टमेंट में लगेगी मशीन

-स्टूडेंट्स के रिसर्च में आएगा क्वालिटेटिव इंप्रूवमेंट

<-एप्लाइड फिजिक्स डिपार्टमेंट में लगेगी मशीन

-स्टूडेंट्स के रिसर्च में आएगा क्वालिटेटिव इंप्रूवमेंट

BAREILLY:

BAREILLY: आरयू के फिजिक्स डिपार्टमेंट के स्टूडेंट्स को अब और भी क्वालिटी रिसर्च करने का मौका मिलेगा। फिजिक्स के रिसर्च के दौरान आने वाली तमाम कॉम्पि्लेकेशंस का हल जल्द निकल सकेगा। स्टूडेंट्स के रिसर्च के लिए डिपार्टमेंट हाई परफॉमेंस देने वाली मशीन प्रोवाइड कराने जा रहा है। इन मशीन को जनरल लैंग्वेज में सुपर कंप्यूटर भी कहा जाता है। जो कई तरह की रिसर्च की गहन पड़तों और कैलकुलेशंस को झट से करने की कई गुना क्षमता रखता है। माना जा रह है कि डिपार्टमेंट में इस तरह की मशीन स्थापित होने से स्टूडेंट्स के रिसर्च में क्वालिटेटिव इंप्रूवमेंट आएगा। डिपार्टमेंट की तरफ से पूरी योजना तैयार हो गई है और इसे खरीदने के लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है।

35 लाख रुपए की है मशीन

इन सुपर कंम्यूटर्स को टेक्निकल लैंग्वेज में हाई परफॉरमेंस कम्प्यूट कलस्टर (एचपीसी<आरयू के फिजिक्स डिपार्टमेंट के स्टूडेंट्स को अब और भी क्वालिटी रिसर्च करने का मौका मिलेगा। फिजिक्स के रिसर्च के दौरान आने वाली तमाम कॉम्पि्लेकेशंस का हल जल्द निकल सकेगा। स्टूडेंट्स के रिसर्च के लिए डिपार्टमेंट हाई परफॉमेंस देने वाली मशीन प्रोवाइड कराने जा रहा है। इन मशीन को जनरल लैंग्वेज में सुपर कंप्यूटर भी कहा जाता है। जो कई तरह की रिसर्च की गहन पड़तों और कैलकुलेशंस को झट से करने की कई गुना क्षमता रखता है। माना जा रह है कि डिपार्टमेंट में इस तरह की मशीन स्थापित होने से स्टूडेंट्स के रिसर्च में क्वालिटेटिव इंप्रूवमेंट आएगा। डिपार्टमेंट की तरफ से पूरी योजना तैयार हो गई है और इसे खरीदने के लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है।

फ्भ् लाख रुपए की है मशीन

इन सुपर कंम्यूटर्स को टेक्निकल लैंग्वेज में हाई परफॉरमेंस कम्प्यूट कलस्टर (एचपीसी)) मशीन कहते हैं। आरयू के एप्लाइड फिजिक्स के डिपार्टमेंट में इसको स्थापित किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के इंचार्ज डॉ। सुधीर ने बताया कि सेंट्रल गवर्नमेंट की डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड इंजीनियरिंग रिसर्च बोर्ड की तरफ से उन्हें यह प्रोजेक्ट मिला है। इसके लिए फ्भ् लाख रुपए की ग्रांट सेक्शन की गई है। यह मशीन पूरी तरह से रिसर्च के ही काम आएगी।

डाटा एनॉलिसिस होगी झट से

फिजिक्स के रिसर्च में डाटा एनॉलिसिस और कैलकुलेशंस का काम ज्यादा होता है। बिना कैलकुलेशंस के फिजिक्स की रिसर्च कंप्लीट नहीं होती। एचपीसी इन सभी कॉम्पि्लकेशंस को असानी से कर देगा। इसकी क्षमता ही इतनी ज्यादा है। आम कम्यूटर ड्यूल कोर प्रोसेसर के होते हैं। लेकिन यह सुपर कंप्यूटर म्ब् कोर प्रोसेसर से लैस होता है। जिसकी कैलकुलेशंस करने की क्षमता इतनी फास्ट है कि महज एक बटन क्लिक करते ही बड़े-बड़े कैलकुलेशंस का रिजल्ट झट से आ जाएगा। डॉ। सुधीर ने बताया कि रिसर्च करने वाले स्टूडेंट्स एचपीसी की मदद से किसी मैटीरियल पर लाइट के इफेक्ट की गणना अब असानी से कर पाएंगे। पहले गणना करने में काफी टाइम टेकिंग और मुश्किल लगता था। यही नहीं डाटा एनॉलिसिस का काम अब सबसे ज्यादा आसान हो जाएगा। सेमी कंडक्टर मैटीरियल के रिसर्च अब आसानी से हो जाएंगे।