बरेली (ब्यूरो)। जिले में डेंगू बेकाबू होता जा रहा है। बिथरी और मीरगंज इलाके में दोनों युवकों की संदिग्ध डेंगू से मौत हो गई है। संदिग्ध डेंगू से जिले में अब तक 15 मौतें बताई जा रही हैैं। डेंगू के अभी तक 497 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैैं। इस बीच एडी हेल्थ ने डेंगू वार्डों का दौरा किया। सभी वार्ड मरीजों से भरे हुए हैैं। उन्होंने डॉक्टरों को दिशा-निर्देश दिए हैैं।

थम नहीं रहा मौतों का सिलसिला
जिले भर में संदिग्ध डेंगू से मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। शहर में होने वाली मौतों की स्थिति आम तौर पर साफ हो जाती है, लेकिन दूर-दराज के गांवों में टेस्ट और इलाज के बेहतर व्यवस्था न होने की वजह से वहां हालात ज्यादा बदतर हैैं। देहात में होने वाली संदिग्ध डेंगू से होने वाली मौतों को जोड़ा जाए तो यह आकंड़ा 15 के ऊपर ही पहुंचता है।

दो युवकों की मौत
बिथरी इलाके में 35 साल के एक युवक की मौत हो गई है। थर्सडे को क्षेत्र के नवदिया हरकिशन के पूर्व प्रधान के 35 वर्षीय बेटे रूपेश पटेल में डेंगू जैसे बुखार के लक्षण पाय गए थे। रूपेश को बरेली के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वहां इलाज के दौरान रूपेश ने दम तोड़ दिया। रूपेश की करीब दस वर्ष पहले शादी हुई थी। परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैैं। बिथरी के स्वास्थ्य केंद्र की हालत ठीक नहीं हैैं। यहां छह बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है, लेकिन उसमें मच्छरदानी तक का इंतजाम नहीं किया गया है। उधर, मीरगंज के मोहल्ला रतनपुरी के रहने वाले हरवीर पुत्र रामपाल की संदिग्ध डेंगू से मौत हो गई। उसे बीते कुछ दिनों से बुखार हो रहा था। उनका इलाज भी शहर के निजी अस्पताल मे चल रहा था। थर्सडे की सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया। हरवीर की तीन साल पहले शादी हुई थी। उनका एक साल का बेटा है।

एडी हेल्थ ने किया वार्डों का दौरा
डेंगू के बढ़ते मामलों के बीच एडी हेल्थ डॉ। पुष्पा पंत ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। अस्पताल में डेंगू मरीजों को भर्ती करने के लिए अस्पताल में एक भी बेड खाली नहीं था। सुबह ही दो मरीजों को डिस्चार्ज किया गया था, शाम तक वह भी भर गए। मरीजों की भीड़ और बेड की कमी को देखते हुए एडी हेल्थ ने कहा कि जल्द से जल्द तीन सौ बेड अस्पताल में एक बुखार का वार्ड बनाया जाए।

डेंगू वार्ड शुरू करने में डॉक्टरों की कमी
निरीक्षण के बाद एडी हेल्थ ने कार्यालय में डाक्टरों के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने तीन सौ बेड अस्पताल में बुखार का वार्ड शुरू करने में आने वाली समस्याओं के बारे में चर्चा की। सीएमओ ने कहा कि उन्हें तीन सौ बेड अस्पताल में 10 बेड का वार्ड शुरू करने में कोई समस्या नहीं, लेकिन उनके पास न तो डॉक्टर हैैं और न ही स्टॉफ नर्स। ऊपर से 14 डॉक्टर और इस्तीफा देकर चले गए। उन्होंने कहा कि डाक्टरों को किसी तरह से वह रोस्टर में लगा सकते हैं। बिना नर्सिंग स्टाफ के मरीजों को भर्ती करना समस्या वाला होगा। इस पर महिला अस्पताल से नर्सिंग स्टाफ को लेने की बात पर सहमति बनी। सीएमओ डॉ। विश्राम सिंह ने बताया कि वह जल्द ही तीन सौ बेड अस्पताल में बुखार के मरीजों के लिए 10 बेड का वार्ड शुरू करा देंगे। इसके बाद एडी हेल्थ ने तीन सौ बेड अस्पताल का भी निरीक्षण किया।

13 नए डेंगू पॉजिटिव मरीज
थर्सडे को भी जिले में 13 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो गई। इसके बाद जिले में कुल मरीजों की संख्या 497 हो गई है। बुधवार को भी जिले में 13 डेंगू मरीजों में पुष्टि हुई थी। जिले में डेंगू संदिग्ध 15 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है। चूंकि किसी भी व्यक्ति के पास एलाइजा की रिपोर्ट नहीं होती। इसलिए विभाग उसकी मृत्यु को डेंगू संदिग्ध मानता है। स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड के अनुसार अभी तक डेंगू से एक भी मृत्यु नहीं हुई है।