-दून एक्सप्रेस के एसी-3 कोच में सीट का कर रहा था सौदा

- रेल मंत्रालय के संज्ञान लेते ही एक्टिव हुए अफसर

BAREILLY:

सोशल नेटवर्किंग साइट की फेमस 'चिडि़या' ने एक बार फिर रेलवे की खामी का खुलासा कर मुसाफिर को राहत दिलाई। दून एक्सप्रेस में टीटीई ने खाली सीट यात्री को देने की बजाय उससे सौदा करने लगा। लिहाजा, यात्री ने रेलमंत्री सुरेश प्रभु से ट्विटर पर कंप्लेन कर दी। ट्वीट पर रेलमंत्री ने भी फौरन एक्शन लिया। आनन-फानन में जंक्शन पर ट्रेन के पहुंचते ही रेलवे अधिकारियों ने यात्री और आरोपी टीटीई का बयान लिया। फिर, यात्री को कंफर्म सीट देकर ट्रेन को रवाना ि1कया गया।

कोच बदलने को लेकर विवाद

टीटीई का सीट के लिए मुसाफिर से पैसे मांगने का एक मामला वेडनसडे देर रात उजागर हुआ। हावड़ा से देहरादून जाने वाली 13009 दून एक्सप्रेस में उत्कर्ष नाम का युवक देहरादून के लिए लखनऊ से सफर कर रहा था। एसी-3 कोच बी-1 में उसकी 17 नम्बर सीट थी। एसी-2 कोच में बर्थ खाली होने पर उसने मुरादाबाद डिविजन के टीटीई सुनील कुमार से टिकट अपग्रेड कर सीट दिलाने की मिन्नत की। आरोप हैं कि टीटीई ने इसके बदले मुसाफिर से 1000 रुपए की मांग की। मुसाफिर का आरोप है उसने रेलवे चार्जेस के मुताबिक पैसे देने की बात कही। जिस पर टीटीई ने इनकार कर सीट देने से मना कर दिया।

ट्वीट पर मचा हड़कंप

टीटीई के मनमाना रवैया देख मुसाफिर ने ट्रेन शाहजहांपुर पहुंचते ही रेलमंत्री को ट्वीट कर दिया। ट्विटर पर मुसाफिरों की कंप्लेन पर फौरी कार्रवाई के लिए पहचान बना चुके रेलमंत्री ने इस बार भी निराश न किया। रेलमंत्री के संज्ञान लेते ही रेलवे बोर्ड हरकत में आ गया। रेलवे बोर्ड की ओर से मुरादाबाद और देहरादून डिविजन को मुसाफिर की शिकायत पर एक्शन लेने को कहा गया। जंक्शन पर ट्रेन अपने तय समय से एक घंटा लेट रात करीब 11.40 बजे पहुंची। प्लेटफॉर्म 2 पर ट्रेन के उतरते ही सीआईटी बरेली मो। बिलाल समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। हालांकि, रेल अधिकारियों ने पैसे मांगने के आरोप को सही नहीं माना। बाद में मुसाफिर को एसी-2 में बर्थ देकर रवाना कर दिया गया।