भोजीपुरा के नजदीक लालकुआं-बरेली पैसेंजर से नाबालिग को दिया धक्का

एक महीने में तीसरी बड़ी घटना, परिजन बदहवास, जीआरपी में मचा हड़कंप

BAREILLY:

वही रूट, वही पैसेंजर ट्रेन और फिर सेम इंसीडेंट। भोजीपुरा स्टेशन के पास चलती ट्रेन से एक और लड़की को ट्रैक पर फेंक दिया गया, जिसके बाद उसकी ट्रैक पर ही तड़पकर मौत हो गई। यह दर्दनाक घटना मंडे शाम करीब 6.15 बजे की है। लालकुआं-बरेली पैसेंजर में सवार नाबालिग लड़की हल्द्वानी से बरेली इलाज के लिए आ रही थी। सूचना मिलते ही बदहवास परिजन बरेली के लिए भागे। वहीं ट्रेन से धक्का देने और लड़की की मौत की खबर मिलते ही जीआरपी में भी हड़कंप मच गया। इससे पहले इसी रूट पर एक महीने के अंदर लड़कियों के ट्रेन से फेंकने की दो घटनाएं हो चुकी हैं।

टीबी का चल रहा था इलाज

हल्द्वानी के बनफूलापुर निवासी मो। इरफान की 15 साल की बेटी शाहीन को टीबी की बीमारी थी। बरेली में निजी क्लिनिक से शाहीन का इलाज चल रहा था। नाबालिग के भाई जुबैद के मुताबिक मंडे शाम करीब 4 बजे शाहीन इलाज के लिए घर से चली थी। लालकुआं-बरेली पैसेंजर ट्रेन में सवार होकर वह बरेली इलाज के लिए निकली थी। शाम 6.15 बजे के करीब भोजीपुरा स्टेशन के नजदीक अटामांडा में उसे किसी ने धक्का दे दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। नाबालिग के कोच से नीचे गिरते ही मुसाफिरों ने शोर मचाया तो ट्रेन राेकी गई।

खाला के घर ठहरना था

नाबालिग के भाई ने बताया कि मंडे शाम को इलाज के लिए बरेली जाने पर शाहीन ने रात खाला के घर ही ठहरने की बात की थी। बरेली में देवरनिया मुंडिया में खाला का घर है, जहां शाहीन पहले भी अक्सर रात में ठहर जाती थी। परिजनों ने शाहीन को धक्का देने की आशंका जताई है। वहीं शाहीन के घर से निकलते हुए सहेली के साथ बरेली जाने की बात भी परिजनों ने बताई है। हालांकि घटना के बाद शाहीन की किसी सहेली की जानकारी सामने नहीं आई। इससे परिजनों समेत जीआरपी को भी घटना के दौरान किसी अन्य के शाहीन के साथ मौजूद होने की आशंका है।

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19 अगस्त को फेंकी थी जागृति

एनईआर इज्जतनगर मंडल के भोजीपुरा-बरेली रूट पर चलती ट्रेन से लड़की को फेंकने की पहली घटना ठीक एक महीने पहले 19 अगस्त को हुई थी। 19 अगस्त की सुबह करीब 5 बजे भोजीपुरा स्टेशन के पास लखनऊ- काठगोदाम एक्सप्रेस में सवार ट्रेनी इंजीनियर जागृति शर्मा को बदमाश ने पर्स छीनने के बाद ट्रेन से नीचे फेंक दिया था। प्रेमनगर की शास्त्रीनगर निवासी सुमन प्रकाश की बेटी जागृति किच्छा के लिए सफर कर रही थी। मरणासन्न जागृति को पहले एसआरएमएस और बाद में श्रीनाथ मेडिसिटी में गंभीर रूप से एडमिट कराया गया था।

कमलेश की हो गई मौत

1 सितंबर को एक बार फिर चलती ट्रेन से एक स्टूडेंट को धक्का दे दिया गया था। नवाबगंज के कपखेड़ा निवासी मुरारी की बेटी कमलेश आर्य कन्या महाविद्यालय, भूड़ में बीए फ‌र्स्ट ईयर की स्टूडेंट थी। 1 सितंबर की सुबह करीब 9 बजे वह अपनी चचेरी बहन चंद्रप्रभा के साथ इज्जतनगर स्टेशन को निकली। भोजीपुरा के पास अभयपुर में कमलेश को धक्का देकर नीचे फेंक दिया गया। उसका बैग व मोबाइल गायब था। कमलेश को फौरन 108 इमरजेंसी एम्बुलेंस से डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल रवाना किया गया। कुछ दिनों बाद ही दिल्ली ले जाते हुए कमलेश की मौत हो गई।

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