- एमडी के आदेश के बाद भी नहीं हटे बसों से लोहे के ग्रिल

<- एमडी के आदेश के बाद भी नहीं हटे बसों से लोहे के ग्रिल

BAREILLY:

BAREILLY:

नेशनल हाइवे पर हुए बस हादसे में ख्भ् लोगों के मारे जाने के बाद भी परिवहन निगम की लापरवाही जारी है। घटना के बाद यूपी परिवहन निगम के एमडी व ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के। रविंद्र नायक ने बसों की खिड़कियों पर लगे लोहे के ग्रिल हटाने के निर्देश जारी किये थे। ताकि मुसीबत के वक्त यात्री कांच तोड़ आसानी से बस के बाहर निकल अपनी जान बचा सके। लेकिन परिवहन निगम के क्षेत्रीय अधिकारियों ने एमडी के निर्देश का पालन करने की बजाय हवा में उड़ा दिया। आदेश के ख् महीने बीतने को है लेकिन निगम की बसों से ग्रिल नहीं हटे।

हादसा हुआ तो बचना मुश्किल

एमडी के आदेश का पालन हुआ कि नहीं इस बात की सच्चाई जानने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने मंडे को बसों का रियलिटी चेक किया। हैरान करने वाली बात यह रही कि मैक्सिमम बसों से लोहे के ग्रिल नहीं हटे हैं। बसों के बैक साइड और अगल-बगल लोहे के ग्रिल लगे ही हुए हैं। ऐसे में कोई हादसा हो जाए तो यात्रियों खिड़की के रास्ते बस से बाहर निकल पाना मुश्किल ही है। हालांकि, एमडी के आदेश के बाद बरेली रीजन की कुछ बसों से ग्रिल हटाए गये थे। लेकिन अधिकारियों ने मात्र कोरम पूरा किया।

नहीं हुआ आदेश का पालन

परिवहन निगम के बेड़े में चल रही लगभग म्00 बसों में से बमुश्किल सवा सौ बसों की खिड़कियों से ही ग्रिल हटाए गये। लिहाजा बाकी बसों पर ग्रिल लगे ही हुए है। ऐसे में कोई हादसा हो जाये तो फिर यात्रियों का जान जोखिम में पड़ना तय है। ग्रिल हटाने के साथ ही एमडी के। रविंद्र नायक ने इमरजेंसी गेट के पास लगी सीट हटाने, इमरजेंसी गेट को रोजाना चेक किए जाने सहित और भी कई निर्देश दिए थे। लेकिन सारी कवायद सिर्फ कागजों में ही सिमट कर रह गई।

कुछ बसों में ग्रिल अभी लगे हुए हैं। एक वीक के अंदर उसे भी हटा लिया जाएगा। यात्रियों की सुरक्षा के लिए हम हमेशा प्रयासरत हैं।

प्रभाकर मिश्रा, आरएम, परिवहन निगम बरेली परिक्षेत्र