बिहारीपुर के सिविल लाइंस एरिया में सड़कें बेहतर हैं। साफ-सफाई की व्यवस्था भी अच्छी है। एरिया में दो नलकूप बने हुए हैं, जिसकी सप्लाई वार्ड-5 और 30 तक दी गई है। इससे इस वार्ड के निवासियों को पानी की समस्या से दो-चार जरूर होना पड़ता है। इसके साथ ही मोहल्ले में जहां पर पानी जाता भी है, वहां गंदे पानी की सप्लाई की शिकायत है। वहीं कई जगह पुरानी पाइप लाइन के जगह जगह से फटने से लीकेज की समस्या है, लेकिन वार्ड की सबसे बड़ी समस्या इंसानी लापरवाही या गलती नहीं। बल्कि बंदर हैं। वार्ड के लोग बंदरों के आतंक से बुरी तरह परेशान हैं। वार्ड के विकास व बेहतरी के मुद्दों में बंदरों से छुटकारे की मांग भी यहां के लोगों की प्राथमिकता में है। पार्षद व नगर निगम की ओर से कराए गए विकास कार्यो में बंदरों से राहत न मिलने की टीस यहां के लोगों में ज्यादा है।

--------------------

वार्ड-2

नाम-बिहारीपुर सिविल लाइंस

पार्षद-शीला देवी

शिक्षा- 8वीं पास

जनसंख्या-13,000

वोटर्स:-9,500

मोहल्ला:-किशोर बाजार, चौपला, जीजीआईसी रोड, सिटी सब्जी मंडी, एक मीनार मस्जिद।

-------------------

पब्लिक डिमांड

-जीजीआईसी के सामने बने खेत को पार्क बनाया जाएं।

-मोहल्ले में बंदरों का आतंक है इन्हें पकड़ा जाएं।

-नलकूप कम होने के चलते एक्स्ट्रा नलकूप लगाए जाएं।

-सीवर लाइन के ढक्कन टूट गए है उन्हें बदला जाए, काफी समय से टूटे है।

-पुरानी पेयजल लाइन जगह जगह लीकेज हो गई है इसे बदला जाए।

--------------------

पार्षद जी जवाब दो

रिपोर्टर:-बिहारीपुर सिविल लाइंस क्षेत्र में पेयजल की समस्या, दूर करने के क्या प्रयास हैं।

पार्षद:-वार्ड में पेयजल की समस्या है, यह बात सही है, वार्ड में केवल दो नलकूप है। इनकी सप्लाई क्षेत्र काफी दूर तक है। नगर निगम से नया नलकूप लगाने के लिए कहा था सुनवाई नहीं हुई।

रिपोर्टर:-मोहल्ले में सफाईकर्मी कम है तो सफाई व्यवस्था कैसे ठीक रहती है।

पार्षद:-सफाईकर्मी तो कम हैं, लेकिन इसके लिए सफाई नायक से बात करके हफ्ते में तीन दिन निजी सफाईकर्मियों से सफाई करा दी जाती है, जिससे मोहल्ले में गंदगी नहीं होने पाती है।

रिपोर्टर:-स्ट्रीट लाइट अधिकांश मोहल्ले में टूटी है। ऐसा क्यों।

पार्षद:-स्ट्रीट लाइट शायद ही किसी पोल पर ठीक हो, इसका रीजन सिर्फ बंदरों का आतंक है।

रिपोर्टर:-जीजीआईसी के सामने एक पार्क था जो बदहाल पड़ा है, इसे सुधारने के लिए क्या प्रयास है।

पार्षद:-जीजीआईसी के सामने पार्क तो काफी बड़ा था, लेकिन पहले जो प्रिंसिपल थीं, उन्होंने खेती के लिए दिया था। और अब बदहाल पड़ा है, नगर निगम से इस सुधारने के लिए बात करूंगी।

रिपोर्टर:-कई जगह मोहल्ले में सीवर लाइन के ढक्कन टूटे हुए हैं। ठीक क्यों नहीं हुए।

पार्षद: सीवर लाइन के ढक्कन जल्दी में ही टूटे हैं उन्हें जल्द ही ठीक कराने के लिए नगर निगम में डिमांड की गई है।

------------------------

वार्ड बोलता है

वार्ड में साफ सफाई और सड़के एकदम ठीक हैं, लेकिन बंदरों का आतंक इतना अधिक है कि बता नहीं सकता हूं। बंदरों ने किसी पोल पर स्ट्रीट लाइट ठीक नहीं रहने दी जिससे कि रात में कहीं पर रोड पर रोशनी दिख सके। नगर निगम को बंदरों के आतंक से छुटकारा दिलाना चाहिए।

राजेश मौर्या बिजनेसमैन

---------------

सीवर लाइन के ढक्कन घर के सामने टूटा हुआ है, इसमें कोई भी बच्चा गिरकर चोट खा सकता है। पार्षद जी से भी शिकायत की, लेकिन अभी तक नहीं बना है, इसे ठीक कराना चाहिए। नहीं तो कोई भी हादसे का शिकार हो सकता है। यह एक गंभीर समस्या है।

नन्हीं देवी हाउस वाइफ

------------------

मोहल्ले में सबसे अधिक तो पेयजल की समस्या है। कहीं कहीं तो पानी नहीं आता है कहीं मोहल्ले में आता भी है तो वह गंदा आता है। क्योंकि पाइप लाइन पुरानी और गल चुकी है, जिससे वह कई जगह फट गई है। नई पाइप लाइन डाली जाए और एक्स्ट्रा नलकूप भी लगाए जाए।

राजेश बिजनेसमैन

----------

पार्क के बिना बच्चे और बुजुर्गो के लिए सबसे अधिक समस्या होती है, जिससे वह कहीं टहलने के लिए नहीं जा पाते हैं। मोहल्ले में जो पार्क था उसे फिर से दुरूस्त करा दिया जाए, जिससे कि मोहल्ले के लोगों को इसका लाभ मिल सके। इस समय पार्क तो बदहाल है।

अर्जुन बिजनेसमैन

-----------------------

कूड़ा से अटी पड़ी नाली

चौपुला के पास मोहल्ले से बाहर निकलने वाली पुरानी पुलिस लाइन के किनारे बना नाला कूड़े कचरे से अटा पड़ा हुआ है। सफाईकर्मी भी इस नाला को साफ नहीं करते हैं। कर्मचारी जब कभी रोड पर सफाई करते भी हैं तो रोड का भी कूड़ा नाले में गिरा देते हैं, जिससे नाला और कूड़ा से भर जाता है। नाला में पॉलीथिन और कूड़ा आसपास के दुकानदार भी डाल देते हैं, जिससे नाला पूरी तरह से कचरे से भर चुका है।

--------------------

सीवर लाइन के ढक्कन टूटे

कई जगह मोहल्ले में सीवर लाइन के ढक्कन टूटे पड़े हुए है। रोड तो अच्छी बन गई हैं, कहीं गढ्डे और कूड़ा नजर नहीं आता है, लेकिन सिविल लाइंस एरिया में बीच रोड पर सीवर लाइन के कारण ठीक से कोई नहीं चल सकता। कई घरों के आगे भी सीवर ढक्कन टूटे हुए हैं, जिससे बच्चों के गिरने की आशंका रहती है। जबकि इसके लिए पार्षद ने नगर निगम से भी डिमांड की थी, लेकिन इसके बाद भी अभी तक दुरूस्त नहीं हो सके।

------------------------------

मोहल्ले में बंदरों का आतंक

बिहरीपुर सिविल लाइंस क्षेत्र और जीजीआईसी रोड के लोगों की सबसे बड़ी समस्या तो बंदरों का आतंक है। यहां के निवासी इसको लेकर काफी परेशान है कि बंदर उनके मोहल्ले में स्ट्रीट लाइट आदि को कभी ठीक ही नहीं रहने देते हैं। पार्षद किसी तरह लाइट आदि की व्यवस्था कराकर लगवा देते हैं, लेकिन बंदर एक हफ्ते भी ठीक से लाइट नहीं जलने देते हैं। कई बार तो बंदर रोड पर निकलने वालों पर भी हमला कर देते हैं और उन्हें घायल कर देते हैं।

------------------------

खुले में लगा ट्रांसफॉर्मर

जीजीआईसी के पास बिजली विभाग के कर्मियों ने खुले में ट्रांसफॉर्मर लगा दिया है और उसके कनेक्शन भी खुले हुए साफ दिख रहे हैं, जिसे कोई बच्चा भी आसानी से टच कर सकता है। कॉलेज के पास लगे ट्रांसफॉर्मर पर बिजली विभाग ने सेफ्टी गार्ड लगाने तक की जहमत नहीं उठाई। जिससे खुले में कॉलेज के पास लगा ट्रांसफॉर्मर हादसों को दावत दे रहा है। स्थानीय लोगों ने इसे ऊंचाई पर रखने के लिए विभाग के पास शिकायत भी दी थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

-------------------------

मोहल्ले में पेयजल की समस्या

मोहल्ले में नगर निगम के की ओर से दो ओवर हेड टैंक और दो नलकूप बने हुए हैं जो मोहल्ले के लोगों की प्यास बुझाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। स्थानीय लोगों को पेयजल की समस्या हो रही है। इसके बाद भी कोई समाधान नगर निगम के पास नहीं है। नगर निगम ने टैंक और दो नलकूप को मोहल्ला सिविल लाइंस में बना दिए। लेकिन उसकी सप्लाई दूसरे वार्डो को बांट दी है, जिससे सिविल लाइंस के ही लोगों को पानी की समस्या हो रही है।