- शहर के अधिकांश आंगनबाड़ी केंद्रों पर दिखी अव्यवस्था

- देर रात तक केंद्रों से प्राप्त रिपोर्ट की चलती रही कंपाइलिंग

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- शहर के अधिकांश आंगनबाड़ी केंद्रों पर दिखी अव्यवस्था

- देर रात तक केंद्रों से प्राप्त रिपोर्ट की चलती रही कंपाइलिंग

BAREILLY:

BAREILLY:

जिले में कुपोषण की स्थिति का पता लगाने के लिए ट्यूजडे को आंगनबाड़ी केंद्रों पर वजन दिवस सिर्फ औपचारिकता बनकर रह गया। आलम यह रहा कि कहीं केंद्रों पर वजन मशीन धूल फांकती मिली तो कहीं बोरे में बंद मिली। आंगनबाड़ी कार्यकत्री से लेकर अधिकारी तक आंकड़ों की बाजीगरी करने में लगे रहे। बता दें कि शासन के स्पष्ट निर्देश थे कि कुपोषण के ताजा आंकड़े तैयार करने के लिए अधिकारी मैदान में उतरे। कागजों के बजाय केंद्रों पर जाकर बच्चों का वजन कराए। लेकिन आदेश महज खानापूर्ति बनकर रह गया।

केंद्रों पर रही अव्यवस्था

शहरी सीमा के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों पर जब अव्यवस्था का अंबार रहा तो ग्रामीण इलाकों की क्या स्थिति होगी, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं। केंद्र खुर्रम गोटिया बंद था। वेइंग मशीन बोरे में बंद मिली। केंद्र नवादा शेखान पर क्ख्क् बच्चों में सिर्फ म्0 बच्चे, कटरा चांद खां केंद्र पर ख्00 बच्चों में सिर्फ क्ख्भ् बच्चे, सैलानी द्वितीय केंद्र पर कितने बच्चों का वजन होना था और कितनों का हुआ इसका जवाब आंगनबाड़ी केंद्र संचालिका नहीं दे सकीं। हालांकि, उन्होंने फाइल में भ्0 से ब्भ् बच्चों का वजन लेने की बात कही। कमोवेश यही हालत सैलानी केंद्र प्रथम पर भी रहे। इसके अलावा अन्य की थी स्थिति यही रही।

अव्यवस्था पर 'सधी हुई' दलील

केंद्रों पर आयोजित वजन दिवस की अव्यवस्था के बारे में जब डीपीओ से बात की गई तो उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का बचाव किया। कहा कि धरना प्रदर्शन के कारण वजन दिवस से पहले ही बच्चों के वजन लेने के आंगनबाडि़यों को निर्देश दिए गए थे। इसलिए अधिकांश ने पहले से वजन ले रखा था। शासन ने गैर हाजरी पर एफआइआर की चेतावनी दी थी। लेकिन यह सूचना सभी आंगनबाडि़यों के पास समय से नहीं पहुंच सकी। जबकि मंडे को डीपीओ ने धरना प्रदर्शन करने वाली महिलाओं को हर हाल में केंद्र पर पहुंचकर बच्चों का वजन करने और गैरहाजिर होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी थी।

ख्ब् अक्टूबर को हुए वजन दिवस का नजारा

- 8 विकास खंड पर में मना दिवस

- क्ब्क्फ् आंगनबाड़ी केंद्रों पर आयोजन

- म्क् जिला स्तरीय अधिकारी बने सेक्टर प्रभारी

- म्फ्ख् परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों बने ग्राम सभा पर्यवेक्षक

- 8 बजे सुबह से दोपहर तीन बजे तक होना था वजन

- 0-भ् वर्ष तक के बच्चों में पता करना था कुपोषण

अव्यवस्था की जानकारी मिली है। कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। संतोषजनक जवाब न मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सत्येंद्र कुमारी, सीडीओ