-सुबह की पाली में दुपट्टे पर नकल लिखकर लाई थी एमएससी की छात्रा

>BAREILLY

बीसीबी में थर्सडे को एमएससी फाइनल ईयर के डिफेंस स्टडीज के पेपर के दौरान एक छात्रा अपने दुपट्टे पर नकल लिखकर लाई थी। इंविजिलेटर की नजर उसके दुपट्टे पर पड़ी तो उन्होंने चेक किया। जब इंविजिलेटर ने दुपट्टा चेक किया तो वह हैरत में पड़ गई। पूरे दुपट्टे पर नकल लिखी हुई थी। इसके बाद आंसर कॉपी के साथ छात्रा का दुपट्टा नत्थी कर ि1दया गया।

पहली पाली में पकड़ी गई

थर्सडे को पहली पाली में एमए, एमएससी फाइनल ईयर का डिफेंस स्टडीज, जियो पॉलीटिक्स, एमए फिलॉसफी, एमए जियोग्राफी का पेपर था। सुबह सात बजे पाली में कमरा नंबर 6 में बैठी एमएससी की छात्रा अर्चना कुमारी (काल्पनिक नाम) दुपट्टे के दोनों ओर नकल लिख लाई थी। छात्रा ने दुपट्टे पर बहुत ही सफाई से नकल लिखी हुई थी। नकल दुपट्टे पर डिजाइन की तरह बनाकर लिखी गई थी। हालांकि पेपर के दौरान जब छात्रा की हरकत पर जब इंविजिलेटर को शक हुआ, तो उन्होंने दुपट्टा उतरवाकर पड़ताल की। दुपट्टा खोलकर देखा गया, तो उसमें इंविजिलेटर हैरान रह गई। सूचना मिलते ही पहली पाली के एसएस डॉ। एसके बैजल मौके पर पहुंच गए। उन्होंने छात्रा की कॉपी के साथ नकल की दुपट्टे को जब्त कर लिया। इसके साथ ही फ्लाइंग स्क्वायड ने पहली पाली में बीए एजुकेशन का एक स्टूडेंट्स गेस पेपर के साथ पकड़ा।

बगैर दुपट्टे के घर गई छात्रा

छात्रा के दुपट्टे पर नकल मिलने के बाद फ्लाइंग स्क्वायड ने छात्रा का दुपट्टा कॉपी के साथ नत्थी कर दिया था। दुपट्टा कॉपी के साथ नत्थी होने के कारण नकल करते हुए पकड़ी गई छात्रा को बगैर दुपट्टे के घर जाना पड़ा।

छात्रा के दुपट्टे पर नकल लाने का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। यदि फ्लाइंग स्क्वायड ने नकल लिखा हुआ दुपट्टा नत्थी किया है तो यह नियम के दायरे में है।

डॉ। सोमेश यादव, प्राचार्य बीसीबी