गोरखपुर (ब्यूरो)।कोविड से बचने के लिए वैक्सीनेशन करवा चुके बुजुर्गो और यूथ अब कंधे के दर्द से जूझ रहे हैं। जिला अस्पताल के ऑर्थोपेडिक्स में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ रही है। जिला अस्पताल की ओपीडी में यूं तो 1500-1800 मरीज रोजाना पहुंच रहे हैं, लेकिन इनमें 300 मरीज सिर्फ ऑर्थोपेडिक्स के हैैं, इसमें बड़ी तादाद में सीनियर सिटीजन और कुछ यंगस्टर्स ऐसे हैं, जिन्हें कंधे के दर्द की समस्या है।

बन जा रही है गांठ

जिला अस्पताल पहुंचे मरीजों की जब हड्डी रोग विशेषज्ञों ने केस हिस्ट्री ली तो यह सामने आया कि जब वैक्सीनेशन हुआ, उसके बाद से ही कंधे में दर्द और सूई लगने वाली जगह पर अंदर से गांठ बन गई है। इसकी वजह से अब दर्द होने लगा है। खास सूई लगने वाली जगह पर पेन ज्यादा रहता है। वहीं इस तरह के आ रहे केसेज को हड्डी रोग विशेषज्ञ (शोल्डर इंजरी रिलेटेड टू वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन इन पेशेंट्स फॉलोविंग कोविड-19 वैक्सीनेशन) यानी 'सिरवाÓ या कोविड आर्म की समस्या बता रहे हैैं, इसका इलाज होने पर मरीज जल्द ही स्वस्थ भी हो जाते हैैं, लेकिन इस प्रकार केसेज अब भी जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं।

देर से वैक्सीनेशन वालों को प्रॉब्लम ज्यादा

जिला अस्पताल में इन दिनों ऑर्थो डिपार्टमेंट करीब 300 मरीज की ओपीडी हो रही है। इनमें हड्डी फ्रैक्चर, कमर में दर्द, बैक बोन पेन, कंधे में दर्द, गर्दन में दर्द आदि की समस्या लिए मरीज भी पहुंच रहे हैैं। जिला अस्पताल के आर्थोपेडिक सर्जन डॉ। राजन शाही की मानें तो वैक्सीन लगवाने के बाद कुछ साइड इफेक्ट महसूस होना आम बात है, जो कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाते हैं। ज्यादातर लोगों को बाजू में वैक्सीन लगवाने वाली जगह पर तेज दर्द महसूस होता है। बाजू में सूजन के साथ दर्द कई दिनों तक बना रहता है। कंधे नहीं उठना भी समस्या है। जिन्होंने वैक्सीनेशन में देर की है, उनमें यह प्रॉब्लम अधिक है।

यह गुड न्यूज है

वैक्सीन के इस इंफ्लेमेटरी साइड इफेक्ट को 'कोविड आर्मÓ भी कहा जाता है। वैक्सीन के बाद मिलने वाला स्पाइक प्रोटीन ज्यादा तेज और अधिक असरदार होता है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स का मतलब है कि आपका इम्यून सिस्टम सामान्य है और आपकी कोशिकाएं वायरस से प्रोटेक्शन के लिए ज्यादा एंटीबॉडी बना रही हैं, लिहाजा यह एक गुड न्यूज है।

डायबिटीज, थॉयरॉयड पेशेंट्स में ज्यादा आ रहे सिरवा

वहीं घुटना-कंधा विशेषज्ञ डॉ। वत्सल खेतान ने बताया कि अभी कोविड के साथ संघर्ष चल रहा है। अन दिनों जो मरीज आ रहे हैैं कि उनका कंधा जाम हो गया, या कंधे की मांसपेशियों में कमजोरी महसूस हो रही है। यह संभावना ज्यादातर 40 वर्ष से उपर वालों में देखे जा रहे हैैं। जो डायबिटीज, थॉयराइड व बीपी के पेशेंट्स हैैं। समय से इनके इलाज हो तो यह स्वस्थ भी हो जाएंगे। फिजियोथिरेपिस्ट डॉ। रविंद्र ओझा की मानें तो कंधा न उठना और किसी प्रकार के सूजन होने पर फिजियोथिरैपी कर उन्हें 7-15 दिन में स्वस्थ करा दिया जाता है। वैक्सीन का साइड इफेक्ट शरीर में कई तरीके से दिखता है। इन सारे साइड इफेक्ट में लगभग हर किसी को हाथ में दर्द होता ही है। घबराने की जरूरत नहीं है। वैक्सीन लगवाने वाली जगह कुछ समय के लिए यह समस्या होती है।

फिजियोथैरेपिस्ट डॉ। रविंद्र ओझा बताते हैं

- वैक्सीन वाली जगह पर कोल्ड कम्प्रेस लगाएं।

- बर्फ के टुकड़ों को कपड़े में बांधकर हल्के-हल्के ठंडी सिकाई करें।

- भले ही दर्द की वजह से हाथ से काम करना मुश्किल हो रहा हो लेकिन, हल्के-फुल्के काम करते रहें जिससे, हाथ में ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से होता रहे।