गोरखपुर (ब्यूरो)।स्टूडेंट्स व पेशेंट्स से मिले उनकी समस्याएं पूछी और उसे सुधारने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि एम्स को वल्र्ड लेवल चिकित्सा संस्थान बनाना है, ताकि यहां देश व विदेश से मरीजों का इलाज के लिए आएं। इससे यहां का नाम भी होगा और अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।

15 दिन से भर्ती था मरीज, लिया हालचाल

पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बताया कि एक भर्ती पेशेंट ने 15 दिन से टायलेट जाम होने की शिकायत की। देखा गया तो उसकी बात सही थी। जिम्मेदारों से जवाब मांगा गया है। अनेक और भी कमियां मिली हैं। उन्होंने कहा कि मैं गोरखपुर का हूं और यहां की समस्याओं को जानता हूं, इसलिए एक पेशेंट की दृष्टि से मैंने सारी चीजें देखी हैं। भवन निर्माण से भी अनेक समस्याएं दिखी हैं, कार्यदायी संस्था को निर्देश दिया गया है कि 15 दिन के अंदर ये समस्याएं ठीक नहीं हुईं तो उनके खिलाफ शासन से शिकायत की जाएगी।

ओपीडी में पेशेंट्स ज्यादा

परिसर में औषधीय पौधों व स्वास्थ्य से सबंधित प्रतिमाएं लगाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि ओपीडी में पेशेंट्स की संख्या बहुत ज्यादा है लेकिन आईपीडी में बहुत कम पेशेंट्स भर्ती मिले। आमतौर पर ऐसा होता नहीं है। पूरी जानकारी के लिए प्रबंधन से ओपीडी व आईपीडी में आए रोगियों की सूची मांगी गई है। यह पहला भ्रमण था, इसलिए चीजों को सुधारने का निर्देश दिया गया है। अगली बार आने पर यदि ये कमियां मिलीं तो कार्रवाई की जाएगी। इसके पूर्व कार्यकारी निदेशक डॉ। सुरेखा किशोर ने नवागत अध्यक्ष का परिचय दिया और कमियों को सुधारने तथा औषधीय वाटिका व स्वास्थ्य संबंधित प्रतिमाएं लगाने का मास्टर प्लान तैयार कर भेजने का आश्वासन दिया।